नई दिल्ली. बेंगलूरू के एक रिजार्ट में रखे गए कांग्रेसी विधायकों को सोमवार तड़के 4.20 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट लाया गया. लेकिन उनकी ‘रिहाई’ कल होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले नहीं दिख रही है. सभी 44 विधायको को कड़ी सुरक्षा के बीच आणंद के निजानंद रिजार्ट में लाया गया है.
मालूम हो कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को टूटने से बचाने के लिए कर्नाटक के एक मंत्री के गेस्ट हाउस पर 29 जून से रखे हुए था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि गुजरात में विधायकों को डराया-धमकाया जा रहा है. आरोप यह भी लगाया गया था कि कांग्रेस के एक-एक विधायक को बिकने के लिए 15 करोड़ रूपया ऑफर किया जा रहा है.
अबतक गुजरात में 6 विधायकों ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है. उनमें 3 विधायक तुरंत भाजपा में शामिल हो चुके हैं. गुजरात में कांग्रेस के 57 विधायक थे. इस्तीफा देने के बाद अब 51 विधायक ही कांग्रेस के पास रह गये हैं. इनमें 44 विधायकों को ही कांग्रेस बेंगलूरू ला पाने में कामयाब रही थी. माना जा रहा है कि बाकी 7 विधायक भी जल्द ही कांग्रेस छोड़ने वाले हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल गुजरात से पांचवी बार राज्यसभा सांसद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें जीत के लिए 45 वोट चाहिए.
कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुके राज्यसभा चुनाव में उसे एक और झटका मिला है. ताजा झटका 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में साथ चुनाव लड़ने का मूड बना चुकी एनसीपी ने दिया है. एनसीपी ने कहा है कि वह किसी की सहयोगी पार्टी नहीं है.
एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि आठ अगस्त को होनेवाले राज्यसभा चुनाव में एनसीपी ने अबतक किसी पार्टी को समर्थन देने का निर्णय नहीं किया है. गुजरात में एनसीपी के दो विधायक हैं.