[vc_row][vc_column][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row css=”.vc_custom_1508915773814{background-color: #fffcb5 !important;}”][vc_column][vc_custom_heading text=”कांगड़ा ” font_container=”tag:h2|text_align:center” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]पृष्ठभूमि :-
कांगड़ा विधानसभा कांगड़ा जिले में कांगड़ा लोकसभा की सीट हैं. यह हिमाचल विधानसभा की सीट संख्या 16 है. कांगड़ा को महाभारत के समय बसाया हुआ बताया जाता है. मध्यकाल में इस पर कटोज राजाओं का शासन रहा जिनका गौरवशाली इतिहास है. कांगड़ा का ब्रजेश्वरी मंदिर यहाँ का प्रसिद्द स्थान है जिसकी खूब ख्याति है. अभी यह सीट निर्दलीय उद्योगपति पवन काजल के हाथ में है. 2012 में इस सीट पर कुल 66,763 मतदाता थे. जिनकी संख्या बढकर 2017 में 75,471 हो गयी है.[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/3″][vc_custom_heading text=”विधानसभा : संक्षिप्त जानकारी” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा सं. | 16 |
---|---|
लोकसभा | कांगड़ा |
सीट | सामान्य |
सीट की प्रकृति | ग्रामीण |
प्रमुख बोलियां | कांगड़ा की सरकारी भाषा हिंदी है किन्तु यहाँ के स्थानीय लोग संचार के लिए कांगड़ी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. जो कि बहुत हद तक डोगरी के सामान ही है . |
[/vc_column_text][/vc_column][vc_column width=”1/2″][vc_custom_heading text=”पिछले चुनावों में विधानसभा की स्थिति” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_row_inner][vc_column_inner][vc_column_text]
विधानसभा | चुनाव/साल | 2012 विधानसभा | ||
कांगड़ा | पार्टी | कांग्रेस | भाजपा | अन्य |
वोट प्रतिशत | 27.84% | 23.15% | 49.01% |
[/vc_column_text][/vc_column_inner][/vc_row_inner][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”कांगड़ा से अभी तक चुने गये विधायक”][vc_column_text]
विधायक | पार्टी | वर्ष |
पवन काजल | निर्दलीय | 2012 |
संजय चौधरी | बी.एस.पी. | 2007 |
सुरेंदर कुमार | कांग्रेस | 2003 |
विद्या सागर चौधरी | बीजेपी | 1998 |
दौलत राम | कांग्रेस | 1993 |
विद्या सागर चौधरी | बीजेपी | 1990 |
विद्या सागर चौधरी | बीजेपी | 1985 |
विद्या सागर चौधरी | बीजेपी | 1982 |
प्रताप चौधरी | जनता दल | 1977 |
[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”2012 विधानसभा चुनाव: ” font_container=”tag:h4|text_align:left”][vc_column_text]
उम्मीदवार | पार्टी | कुल मत |
पवन काजल | निर्दलीय | 14632 |
चौधरी सुरेंदर कुमार | कांग्रेस | 14069 |
संजय चौधरी | बीजेपी | 11700 |
डॉ. राजेश शर्मा | निर्दलीय | 7966 |
[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”मतदाताओं की संख्या” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा (2017) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय निर्वाचक | |||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पुरुष | महिला | समस्त योग (6+7+8) | |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | |
1 | कांगड़ा | 38296 | 37175 | 0 | 75471 | 0 | 0 | 75471 |
[/vc_column_text][vc_column_text]
विधानसभा (2012) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय | सर्विस एलेक्टोर्स | ||||||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पु. | म. | अन्य | कुल | पु. | म. | कुल | समस्त |
योग (6+10+13) | |||||||||||||
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
1 | कांगड़ा | 33784 | 31979 | 0 | 65763 | 0 | 0 | 0 | 0 | 689 | 311 | 1000 | 66763 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/2″][vc_column_text]
उद्योगपति पति बिल्डर पवन काजल पिछली बार यहाँ से चुनाव जीतने में सफल रहे. इससे पहले वह जिला परिषद् के अध्यक्ष भी रहे. ऐसा कहा जाता है की उनकी नजदीकी भाजपा के साथ रही है. इससे पहले 2007 में आश्चर्यजनक रूप से बसपा के संजय चौधरी यहाँ से चुनाव जीतने में सफल रहे. इस सीट से चुनाव लड़ने वालों में विद्या सागर चौधरी ही ऐसे विधायक हैं जो तीन बार जीतने में सफल रहे हैं. इस बार संजय चौधरी भाजपा से और पवन काजल कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में उतरे हैं.
उम्मीदवार 2017
विधानसभा में प्रत्याशी / उम्मीदवार | ||||
प्रमुख नेता | भाजपा | कांग्रेस | अन्य | |
1. | संजय चौधरी | पवन काजल | विजय कुमार | |
2. | डॉ. राजेश शर्मा | |||
3. | कुलदीप कुमार | |||
4. | राज जायसवाल | |||
5. | रवि कुमार |
[/vc_column_text][vc_column_text]वर्तमान स्थिति :
कांगड़ा विधानसभा हिमाचल की विधानसभाओं में सबसे उहापोह वाली सीट है जिसके बारे में अनुमान लगाना बहुत कठिन है. पिछली विधानसभा में निर्दलीय, कांग्रेस और भाजपा के बीच मतों का अंतर बहुत कम है. कोई भी प्रत्याशी पंद्रह हज़ार वोटों की संख्या को पार नहीं कर सका है. घिरथ बिरादरी के मतदाता कांगड़ा विधानसभा पर अच्छा खासा प्रभाव रखते हैं. इस जाति ने जिस प्रत्याशी की तरफ अपना रुख किया वह चुनाव जीतने में सफल रहा है. समूहों के आधार पर यह विधानसभा दलित और पिछड़े समूह के दबदबे की सीट है. इस विधानसभा में भी दलित और पिछड़े मतदाता जिसके पक्ष में एकजुट हुए जीत उसी की होगी. बसपा से विधायक रह चुके संजय चौधरी इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं और निर्दलीय विधायक बने पवन काजल कांग्रेस से टिकट पाने में कामयाब हुए हैं[/vc_column_text][vc_single_image image=”23084″ img_size=”full”][vc_custom_heading text=”बूथों की संख्या: 96″ font_container=”tag:h4|text_align:left”][/vc_column][vc_column width=”1/2″ css=”.vc_custom_1508918344567{padding-top: 20px !important;padding-left: 20px !important;background-color: #ffe8c6 !important;}”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B7%22%2C%22value%22%3A%2229899%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f79468%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%22%2C%22value%22%3A%2226397%22%2C%22color%22%3A%22violet%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f7be68%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में महिला पुरुष के मतों का %”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B8%20%22%2C%22value%22%3A%2246.70%25%22%2C%22color%22%3A%22blue%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%AA%E0%A4%BE%20%22%2C%22value%22%3A%2219.43%25%22%2C%22color%22%3A%22pink%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%22%2C%22value%22%3A%2233.87%25%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%235472d2%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में पार्टियों की स्थिति “][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text]
प्रमुख मुद्दे
1. | आपकी विधान सभा की प्रमुख समस्यायें | आपकी विधानसभा के लोगों के सपनें (माँगें / उम्मीदें) |
2. | कांगड़ा जिले में अनाज मंडी को खोलने की मांग लम्बे समय से बनी हुई है.पंद्रह विधानसभाओं वाला यह जिला जिसकी आय का मुख्य स्रोत पैदावार है वहां अनाज मंडी का न होना आश्चर्य में डालता है. | कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में राजकीय डिग्री कॉलेज आरंभ करने और राजकीय पाठशाला गालियां में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने की आवश्यकता है. |
3. | अवैज्ञानिक खनन से केवल पर्यावरण को हो नुकसान नहीं हो रहा बल्कि नदियों व खड्डों के रास्ता बदलने से उपजाऊ भूमि भी बह रही है. कई स्थानों पर पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. कांगड़ा समेत पहाड़ी इलाकों में सिंचाई में अहम योगदान देने वाली कूहलों में जलस्तर कम हो रहा है. कूहलों में पानी घटने से लोगों को नुकसान झेलना पड़ रहा है, विशेषकर सब्जी उत्पादकों को. | जितने भी लावारिस पशु कांगड़ा में घूम रहे हैं. उन्हें जल्द से जल्द गौ सदन में रखा जाएगा ताकि किसानों को इस गंभीर समस्या से निजात मिल सके.आवारा पशु, जंगली जानवर व बंदरों के आंतक से किसानों को निजात मिल जाये तो किसानों की आमदन में खासा इजाफा होगा |
4. | हेल्थ कमीशन ने कांगड़ा को आदर्श स्वास्थ्य जिला बनाने और ट्रामा सेंटर बनाने की सिफारिश की थी न ही आदर्श ही बन सका न ही ट्रामा सेंटर खुल सका.सभी सुविधाओं से युक्त ट्रामा सेंटर यदि नेशनल हाईवे के किनारे स्थापित हो जाएं तो सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल लोगों की जान बचाई जा सकती है. आयोग ने अपनी सिफारिशों में टिप्पणी की थी कि हिमाचल में एक भी स्वास्थ्य संस्थान भारतीय पब्लिक स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप नहीं है. शिमला में आईजीएमसी अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संस्थान है, लेकिन यहां गंभीर रोगों के कई टेस्ट नहीं होते. न तो यहां आयरन स्टडी होती है, न इलेक्ट्रोफोरेसिस व न ही टीटीजी के टैस्ट. इसका फायदा निजी लैब उठाती हैं. | 1905 के भूकंप ने इस क्षेत्र के चाय बागानों और कारखानों को नष्ट कर दिया. उसके बाद कांगड़ा के चाय बगानों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. अतः कांगड़ा के चाय बागानों पुनः जीवित किया जाय जिससे किसानों की आय दुगुनी की जा सके, उन्हेंआय के लिए एक नकदी फसल प्राप्त हो सके. |
[/vc_column_text][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row full_width=”stretch_row_content_no_spaces” css=”.vc_custom_1508916373278{margin-bottom: -40px !important;padding-top: 100px !important;padding-right: 100px !important;padding-bottom: 100px !important;padding-left: 100px !important;background-image: url(https://www.panchayattimes.com/wp-content/uploads/2017/10/footer.png?id=23076) !important;background-position: center !important;background-repeat: no-repeat !important;background-size: contain !important;}”][vc_column][vc_column_text][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]