[vc_row][vc_column][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row css=”.vc_custom_1508915773814{background-color: #fffcb5 !important;}”][vc_column][vc_custom_heading text=”दरंग ” font_container=”tag:h2|text_align:center” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]पृष्ठभूमि :-
दरंग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश विधानसभा की 30 नंबर सीट है. मंडी जिले में स्थित ये निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है. 2012 में इस क्षेत्र में कुल 83,449 मतदाता थे. जिनकी संख्या घटकर 79,488 हो गयी है. 2012 के विधानसभा चुनाव में कौल सिंह इस क्षेत्र के विधायक चुने गए. दारांग हिमाचल प्रदेश राज्य के मंडी जिले में स्थित एक ग्राम पंचायत है, भारत अक्षांश 31.8662437 इसकी भौगोलिक स्थिति है. शिमला, दरांग से लगभग 115.8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/3″][vc_custom_heading text=”विधानसभा : संक्षिप्त जानकारी” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा सं. | 30 |
---|---|
सीट की प्रकृति | सामान्य |
इलाका | ग्रामीण |
प्रमुख बोलियां | दरंग की सरकारी भाषा हिंदी है किन्तु यहाँ के लोग संचार के लिए हिंदी और पहाड़ी भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं। |
[/vc_column_text][/vc_column][vc_column width=”1/2″][vc_custom_heading text=”पिछले चुनावों में विधानसभा की स्थिति” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_row_inner][vc_column_inner][vc_column_text]
विधानसभा | चुनाव/साल | 2012 विधानसभा | ||
दरंग | पार्टी | कांग्रेस | भाजपा | अन्य |
वोट प्रतिशत | 49.62% | 45.71% | 4.67% |
[/vc_column_text][/vc_column_inner][/vc_row_inner][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”मतदाताओं की संख्या” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा (2017) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय निर्वाचक | |||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पुरुष | महिला | समस्त योग (6+7+8) | |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | |
1 | दरंग | 40341 | 39147 | 0 | 79488 | 0 | 0 | 79488 |
[/vc_column_text][vc_separator][vc_column_text]
विधानसभा (2012) | आम चुनाव | अप्रवासी भारतीय | सर्विस एलेक्टोर्स | ||||||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पु. | म. | अन्य | कुल | पु. | म. | कुल | समस्त |
योग (6+10+13) | |||||||||||||
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
1 | दरंग | 40616 | 41177 | 0 | 81793 | 0 | 0 | 0 | 0 | 1356 | 300 | 1656 | 83449 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/2″][vc_column_text]
कौल सिंह यहाँ के प्रसिद्द नेता कहे जायेंगें. वह इस सीट से आठ बार चुनाव जीत चुके हैं. सन 1993 से कौल सिंह यहाँ से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. इससे पहले वह 1977 से 1985 तक चुनाव जीते, सतहत्तर का चुनाव वह जनता पार्टी से जीते थे. इस तरह यह कहा जा सकता है कि कौल सिंह के दबदबे की यह सीट है. वह दो बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार में वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रह चुके हैं. जवाहर लाल भी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और लगातार गुलाब सिंह को चुनौती देते रहे हैं.
उम्मीदवार 2017
विधानसभा में सम्भावित प्रत्याशी / उम्मीदवार | ||||
प्रमुख नेता | भाजपा | कांग्रेस | अन्य | |
1. | जवाहर लाल | कौल सिंह | सूरजमणि | |
2. | पूर्ण चंद | |||
3. | रमेश कुमार |
[/vc_column_text][vc_column_text]वर्तमान स्थिति :
2012 की विधानसभा में भाजपा के जवाहर लाल ने कौल सिंह को कड़ी टक्कर दी थी. कौल सिंह ढाई हज़ार से जीतने में सफल रहे थे. इस बार यह लड़ाई आसान नहीं होगी एक तो एंटी एन्कबैंसी फैक्टर जो वर्तमान सरकार के खिलाफ काम कर रहा है दूसरे पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान जवाहर लाल और ब्रिगेडियर खुशहाल सिंह लगातार हमला करते रहे. जवाहर लाल लगतार अपना जनाधार बढ़ाते भी जा रहे हैं. यदि कौल सिंह के विकास कार्यों से जनता संतुष्ट हो तभी वह फिर एक बार जनमत अपने पक्ष में करने में सफल हो सकते हैं. चूँकि कौल सिंह पुराने और वरिष्ठ नेता हैं इसलिए उन्हें वोट मैनेज करने का अनुभव है और वह ऐसा करने में आठ बार सफल रहे हैं.[/vc_column_text][vc_single_image image=”23084″ img_size=”full”][/vc_column][vc_column width=”1/2″ css=”.vc_custom_1508918344567{padding-top: 20px !important;padding-left: 20px !important;background-color: #ffe8c6 !important;}”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B7%22%2C%22value%22%3A%2229899%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f79468%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%22%2C%22value%22%3A%2226397%22%2C%22color%22%3A%22violet%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f7be68%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में महिला पुरुष के मतों का %”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B8%20%22%2C%22value%22%3A%2246.70%25%22%2C%22color%22%3A%22blue%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%AA%E0%A4%BE%20%22%2C%22value%22%3A%2219.43%25%22%2C%22color%22%3A%22pink%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%22%2C%22value%22%3A%2233.87%25%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%235472d2%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में पार्टियों की स्थिति “][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”बूथों की संख्या: 122″ font_container=”tag:h5|text_align:left”][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text]
प्रमुख मुद्दे
आपकी विधान सभा की प्रमुख समस्यायें | आपकी विधानसभा के लोगों के सपनें (माँगें / उम्मीदें) | |
1. | दस सालों से जिले के किसान अफीम की खेती का लाइसेंस राजस्थान की तर्ज पर चाह रहे हैंदोनों दलों के नेताओं ने इसका वादा किया लेकिन वह सिर्फ वादा ही रह गया है. | जिले में सड़कों की हालत इतनी दयनीय है कि आज बहुत से गाँव सड़कों से नहीं जुड़ सके है और जो सड़के हैं वह बहुत दयनीय हालत में हैं. |
2. | कार्य स्थलों में मनरेगा कानून के मुताबिक जो सुविधा मिलनी चाहिए, वह सुविधा कहीं भी नहीं दी जा रही है. ग्राम पंचायतों में एक साल से मनरेगा मजदूरों को जाब कार्ड तक जारी नहीं हुए हैं. मनरेगा कानून के मुताबिक सभी मजदूरों को आवेदन करते समय रसीद दी जाए. | कृषि आधारित उद्योग स्थापित किया जाय. जिले के किसान राजमा और आलू की खेती करते रहे हैं जिससे वो अपना खर्च तो चला लेते थे लेकिन कमाई नहीं कर पाते थे. इसके लिए प्रदेश के किसानों ने नकदी फसलों को बोना शुरू किया जिससे वह कुछ अतिरिक्त आय करते हैं. लेकिन इसके लिए किसानों को पंजाब या अन्य दुसरे जिलों में जाना पड़ता है. उन्हें स्थानीय मंडियों की सुविधा उपलब्ध करायी जाय और फसल को बाहर भेजने की व्यवस्था की जाय. |
3. | आवारा पशुओं के कारण हो रहे फसलों के नुकसान से किसानों को बचाया जाय. पशुओं को निपटाया जाय और नुकसान का मुआवजा दिया जाय. | पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान किया जाय. |
4. | झटिंगरी से ऊपर बरोट की तरफ कोई विकास नहीं हुआ है. वे बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. | कोई अच्छा संस्थान द्रंग में नहीं बन पाया है. |
[/vc_column_text][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row full_width=”stretch_row_content_no_spaces” css=”.vc_custom_1508916373278{margin-bottom: -40px !important;padding-top: 100px !important;padding-right: 100px !important;padding-bottom: 100px !important;padding-left: 100px !important;background-image: url(https://www.panchayattimes.com/wp-content/uploads/2017/10/footer.png?id=23076) !important;background-position: center !important;background-repeat: no-repeat !important;background-size: contain !important;}”][vc_column][vc_column_text][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][/vc_column][/vc_row]