[vc_row][vc_column][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row css=”.vc_custom_1508915773814{background-color: #fffcb5 !important;}”][vc_column][vc_custom_heading text=”नूरपुर” font_container=”tag:h2|text_align:center” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]पृष्ठभूमि :-
नूरपुर विधानसभा, कांगड़ा जिले में कांगड़ा लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा है. हिमाचल विधानसभा की यह सीट संख्या 6 है. यह विधानसभा अनारक्षित है. वर्तमान में कांग्रेस के अजय महाजन यहाँ से विधायक हैं. ऐसा कहा जाता है कि नूरजहाँ के नाम पर ही इस जगह का नाम नूरपुर पड़ा. यह पठानिया समुदाय की भूमि भी है. जिन्होंने यहाँ मशहूर किले का निर्माण किया. 2012 विधानसभा चुनाव में यहाँ मतदाताओं की संख्या 73,605 थी. जिनकी संख्या बढकर 2017 में 82,260 हो गयी है. यहाँ की साक्षरता करीब 78 प्रतिशत है.[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/3″][vc_custom_heading text=”विधानसभा : संक्षिप्त जानकारी” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा सं. | 06 |
---|---|
लोकसभा | कांगड़ा |
सीट | सामान्य |
सीट की प्रकृति | ग्रामीण |
प्रमुख बोलियां | नुरपुर की सरकारी भाषा हिंदी है किन्तु यहाँ के लोग संचार के लिए कांगड़ी हिंदी और पंजाबी भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं. |
[/vc_column_text][/vc_column][vc_column width=”1/2″][vc_custom_heading text=”पिछले चुनावों में विधानसभा की स्थिति” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_row_inner][vc_column_inner][vc_column_text]
विधानसभा | चुनाव/साल | 2012 विधानसभा | ||
नुरपुर | पार्टी | कांग्रेस | भाजपा | अन्य |
वोट प्रतिशत | 46.31% | 40.44% | 13.25% |
[/vc_column_text][/vc_column_inner][/vc_row_inner][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”2012 विधानसभा चुनाव: ” font_container=”tag:h4|text_align:left”][vc_column_text]
उम्मीदवार | पार्टी | कुल मत |
अजय महाजन | कांग्रेस | 26546 |
राकेश पठानिया | निर्दलीय | 23179 |
रणबीर सिंह निक्का | बीजेपी | 6868 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”नूरपुर से अभी तक चुने गये विधायक”][vc_column_text]
विधायक | पार्टी | वर्ष |
अजय महाजन | कांग्रेस | 2012 |
राकेश पठानिया | निर्दलीय | 2007 |
सत महाजन | कांग्रेस | 2003 |
राकेश पठानिया | बीजेपी | 1998 |
सत महाजन | कांग्रेस | 1993 |
केवल सिंह पठानिया | जनता दल | 1990 |
सत महाजन | कांग्रेस | 1985 |
सत महाजन | कांग्रेस | 1982 |
सत महाजन | कांग्रेस | 1977 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”मतदाताओं की संख्या” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा (2017) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय निर्वाचक | ||||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पुरुष | महिला | समस्त योग (6+7+8) | ||
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | ||
1 | नुरपुर | 42243 | 40017 | 0 | 82260 | 0 | 0 | 82260 |
[/vc_column_text][vc_separator][vc_column_text]
विधानसभा (2012) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय | सर्विस एलेक्टोर्स | ||||||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पु. | म. | अन्य | कुल | पु. | म. | कुल | समस्त |
योग (6+10+13) | |||||||||||||
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
1 | नुरपुर | 37216 | 34385 | 0 | 71601 | 0 | 0 | 0 | 0 | 1337 | 667 | 2004 | 73605 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/2″][vc_column_text]
वर्तमान विधायक अजय महाजन यहाँ के लोकप्रिय नेता सत महाजन के पुत्र हैं. जिन्हें राजनीति अपने पिता से विरासत में मिली है. अजय महाजन 2012 में पहली बार चुनाव लड़े और निर्वाचित हुए. उन्हें अपने पिता के नाम का भी लाभ मिला. राकेश पठानिया यहाँ से 1998 में भाजपा से विधायक रहे और फिर 2007 में निर्दलीय विधायक रहे. पिछले चुनाव में वह निर्दलीय दूसरे नंबर पर रहते हुए कड़ी टक्कर देने में कामयाब हुए. इस बार वह फिर भाजपा से टिकट पाने में कामयाब हुए हैं.
उम्मीदवार 2017
विधानसभा में प्रत्याशी / उम्मीदवार | ||||
प्रमुख नेता | भाजपा | कांग्रेस | अन्य | |
1. | राकेश पठानिया | अजय महाजन | हरनाम सिंह (बसपा) |
[/vc_column_text][vc_column_text]वर्तमान स्थिति :
अजय महाजन 2012 में पहली बार चुनाव लड़ा और जीत गए निश्चित रूप से इस इलाके में उनके पिता की प्रसिद्धि का भी हाथ रहा. राकेश पठानिया से यह मुकाबला नजदीकी ही रहा था. तीन हज़ार के आस-पास के मतों के अंतर से. पठानिया यहाँ के पुराने नेता हैं. अगर देखा जाए तो यह सीट केवल तीन बार महाजन परिवार से बाहर रही है वह भी हमेशा पठानिया जाति के द्वारा . इस बार राकेश पठानिया जिन्होंने कड़ी टक्कर निर्दलीय रहते हुए दी थी भाजपा के टिकट से लड़ रहे हैं. यह चुनाव अजय महाजन के इन पांच सालों के किये गए विकास कार्य पर भी निर्भर करेगा. अगर जातिगत समीकरणों की बात करें तो यहाँ बहुमत राजपूत मतदाताओं का है. उसके बाद ब्राह्मण और अनुसूचित जाति मतदाता. लड़ाई पठानिया और महाजन के बीच है.[/vc_column_text][vc_single_image image=”23084″ img_size=”full”][/vc_column][vc_column width=”1/2″ css=”.vc_custom_1508918344567{padding-top: 20px !important;padding-left: 20px !important;background-color: #ffe8c6 !important;}”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B7%22%2C%22value%22%3A%2229899%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f79468%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%22%2C%22value%22%3A%2226397%22%2C%22color%22%3A%22violet%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f7be68%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में महिला पुरुष के मतों का %”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B8%20%22%2C%22value%22%3A%2246.70%25%22%2C%22color%22%3A%22blue%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%AA%E0%A4%BE%20%22%2C%22value%22%3A%2219.43%25%22%2C%22color%22%3A%22pink%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%22%2C%22value%22%3A%2233.87%25%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%235472d2%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में पार्टियों की स्थिति “][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”बूथों की संख्या: 110″ font_container=”tag:h4|text_align:left”][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text]
प्रमुख मुद्दे
स.न | आपकी विधान सभा की प्रमुख समस्यायें | आपकी विधानसभा के लोगों के सपनें (माँगें / उम्मीदें) | |
1. | नूरपुर की पंचायत सुल्याली में करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित सिंचाई योजना क्षेत्र के किसानों के काम अभी तक नहीं आ सकी है.1990 में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्मित उक्त योजना से पंचायत सुल्याली के गतला, हार, कुखेड, लखनाट, खुवाडा आदि गांवों की सैकड़ों हेक्टेयर भूमि को पानी उपलब्ध होना था, लेकिन मौजूदा समय में योजना पर ताला लटका है. | नूरपुर में ब्लड बैंक स्थापित करने और ट्रामा केंद्र खोलने की अवश्यकताहै. साथ ही उन्होंने फिन्ना सिंह सिंचाई योजना में पर्याप्त संख्या में स्टाफ तैनात करने, क्षेत्र में विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों के जीर्णोंद्धार किये जाने की आवश्यकता है. | |
2. | नूरपुर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी से लोग परेशान हैं. | नूरपुर को जिला बनाने की माग चल रही है, यह यहाँ के लोगों लिए मुद्दा भी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं. | |
3. | नूरपुर में अवैध खनन का काम धड़ल्ले से चल रहा है जिस पर कोई पाबन्दी नहीं है. इसका नुकसान इलाके को उठाना पड रहा है. | नूरपुर में पैरामेडिकल कॉलेज खुलवाने के कई प्रयास हुए लेकिन आज तक सफलता नहीं मिली. | |
4. | नूरपुर,कोई उच्च शिक्षण संस्थान नहींखुला और न ही कोई बड़ा प्रोजेक्ट चालू हो सका है. बजट की कमी से मल निकासी योजना अधूरी पड़ी है. | नूरपुर में जमीन न होने से विकास की परियोजनाएं लौट जा रही हैं. | |
5. | नूरपुर के औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार नहीं हो सका है | नूरपुर उपमंडल को तोड़कर फतेहपुर व इंदौरा उपमंडल बन गए जिसे रुकवाने में वर्तमान विधायक असफल रहे. |
[/vc_column_text][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row full_width=”stretch_row_content_no_spaces” css=”.vc_custom_1508916373278{margin-bottom: -40px !important;padding-top: 100px !important;padding-right: 100px !important;padding-bottom: 100px !important;padding-left: 100px !important;background-image: url(https://www.panchayattimes.com/wp-content/uploads/2017/10/footer.png?id=23076) !important;background-position: center !important;background-repeat: no-repeat !important;background-size: contain !important;}”][vc_column][vc_column_text][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]