बिलासपुर. किरतपुर से नेरचौक तक बन रहे फोरलेन की सबसे लंबी सुरंग का निर्माण कार्य 12 जून से बंद हो गया है. जिले के नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के गांव मेहला में सुरंग निर्माण कर रही भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी का काम पिछले करीब 3 महीनों से बंद है. कंपनी ने मजदूरों व कर्मचारियों को पिछले 4 महीने से मासिक वेतन नही दिया है. इसी कारण कंपनी के मजदूर व कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं. कोई भी कर्मचारी काम नहीं कर रहा है.
सीटू यूनियन के प्रधान राकेश का कहना है कि जब तक वेतन नहीं दिया जाएगा तब तक काम को हाथ भी नहीं लगाया जाएगा. वहीं यह सुरंग कैंचीमोड की तरफ से तो बन कर तैयार हो ही गई है पर मेहला की तरफ से अभी 400 ही मीटर ही बन पाई है, जबकि यह 500 मीटर अभी और शेष है. इसके अलावा दूसरी सुरंग भी अभी भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी को पूरी 900 मीटर बनानी शेष है.
पूरे प्रोजेक्ट का कार्य करने वाली मुख्य कंपनी आइ एल एंड एफ एस अधीनस्थ कंस्ट्रक्शन कंपनी को बजट उपलब्ध कराने में असमर्थ हैं. जिसकी वजह से फोरलेन निर्माण कार्य तेजी नहीं पकड़ रहा है. अगर यही हाल रहा तो फोरलेन तैयार करने में 10 साल भी कम पड़ सकते हैं. पैसों की कमी से काम कुछ दिनों के लिए रूका हुआ है.