[vc_row][vc_column][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row css=”.vc_custom_1508915773814{background-color: #fffcb5 !important;}”][vc_column][vc_custom_heading text=”सरकाघाट” font_container=”tag:h2|text_align:center” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]पृष्ठभूमि :-
सरकाघाट विधानसभा मंडी जिले में मंडी लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा है. सरकाघाट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सीट संख्या 35 है. यह विधानसभा 2008 के परिसीमन में अस्तित्व में आई. इससे पहले यह सीट गोपालपुर के नाम से जानी जाती थी. सरकाघाट जिला में स्थित यह निर्वाचन क्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है. 2012 में इस क्षेत्र में कुल 75,777 मतदाता थे.जिनकी संख्या 2017 में बढकर 81,808 हो गयी है.2012 के विधानसभा चुनाव में इन्दर सिंह इस क्षेत्र के विधायक चुने गए.[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/3″][vc_custom_heading text=”विधानसभा : संक्षिप्त जानकारी” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा सं. | 35 |
---|---|
सीट | सामान्य |
सीट की प्रकृति | ग्रामीण |
प्रमुख बोलियां | सरकाघाट की सरकारी भाषा हिंदी है किन्तु यहाँ के लोग संचार के लिए हिंदी और पहाड़ी भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं। |
[/vc_column_text][/vc_column][vc_column width=”1/2″][vc_custom_heading text=”पिछले चुनावों में विधानसभा की स्थिति” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_row_inner][vc_column_inner][vc_column_text]
विधानसभा | चुनाव/साल | 2012 विधानसभा | ||
सरकाघाट | पार्टी | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
वोट प्रतिशत | 49.39% | 45.32% | 5.29% |
[/vc_column_text][/vc_column_inner][/vc_row_inner][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”2012 विधानसभा चुनाव” font_container=”tag:h5|text_align:left”][vc_column_text]
उम्मीदवार | पार्टी | कुल मत |
कर्नल इंद्र सिंह | बीजेपी | 26722 |
रंगीला राम राव | कांग्रेस | 24518 |
किशोर कुमार | निर्दलीय | 1155 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”मतदाताओं की संख्या” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा (2017) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय निर्वाचक | |||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पुरुष | महिला | समस्त योग (6+7+8) | |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | |
1 | सरकाघाट | 40298 | 41510 | 0 | 81808 | 0 | 0 | 81808 |
[/vc_column_text][vc_separator][vc_column_text]
विधानसभा (2012) | आम चुनाव | अप्रवासी भारतीय | सर्विस एलेक्टोर्स | ||||||||||||||
नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पु. | म. | अन्य | कुल | पु. | म. | कुल | समस्त | |||||
योग (6+10+13) | |||||||||||||||||
2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | |||||
सरकाघाट | 36808 | 36905 | 0 | 73713 | 0 | 0 | 0 | 0 | 1444 | 620 | 2064 | 75777 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/2″][vc_column_text]
वर्तमान समय में भाजपा नेता इन्दर सिंह सेना के अवकाश प्राप्त कर्नल हैं. 2012 की सरकाघाट विधानसभा में परिसीमन के बाद भी इन्दर सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे. इससे पहले भी वह 2003 व 2007 का चुनाव जीत चुके है. कांग्रेस ने इस बार अपने जिलाध्यक्ष पवन ठाकुर पर दाव लगाया है. वह सरकाघाट में काफी लोकप्रिय भी हैं और युवा चेहरा हैं. पहले राव के खेमे के माने जाते थे लेकिन अब वह राव को दरकिनार कर टिकट लेने में कामयाब हुए हैं. उन्हें सुक्खू का समर्थन मिला.
उम्मीदवार 2017
विधानसभा में सम्भावित प्रत्याशी / उम्मीदवार | ||||
प्रमुखनेता | भाजपा | कांग्रेस | अन्य | |
1. | इन्दर सिंह | पवन ठाकुर | मुनीश शर्मा (माकपा) | |
राजेन्द्र सूर्यवंशी | ||||
पवन कुमार |
[/vc_column_text][vc_column_text]वर्तमान स्थिति :
कर्नल इंद्र सिंह 2007 व 2012 में लगातार दो बार विधायक चुने गए और इस बार भी वह भाजपा के प्रत्याशी है. इस विधानसभा में कांग्रेस की गुटबाजी पूरे प्रदेश के लिए जानी मानी है जिसका फायदा भाजपा उठाती रही है. इस बार कांग्रेस ने अपने युवा जिलाध्यक्ष और उद्द्योगपति पवन ठाकुर पर दाव लगाया है. उनके टिकट की घोषणा के बाद कांग्रेस में हडकम्प मच गया और सारे गुट विरोध पर उतर आये. वीरभद्र सिंह रंगीला राव को दुबारा टिकट देना चाहते थे लेकिन यहाँ सुक्खू उन पर बाजी मार गए. अब जाहिर सी बात है कि रंगीला राव और वीरभद्र धड़ा उनके खिलाफ होगा यदि पवन ठाकुर इससे निपट लेते हैं तो जरुर अच्छी लड़ाई लड़ने की क्षमता उनमे है. रंगीला राव की अनुपस्थिति में वह उनका सारा कार्यभार देखते भी रहे हैं और संगठन पर पकड़ भी है और लोकप्रियता भी है. वह सारा समय क्षेत्र में ही रहे हैं. लेकिन गुटबाजी ख़त्म कर पाना उनके लिए आसान नहीं होगा. कर्नल इंद्र सिंह फिर यदि एक बार इसका फायदा उठा ले जाएँ तो आश्चर्य नहीं.[/vc_column_text][vc_single_image image=”23084″ img_size=”full”][/vc_column][vc_column width=”1/2″ css=”.vc_custom_1508918344567{padding-top: 20px !important;padding-left: 20px !important;background-color: #ffe8c6 !important;}”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B7%22%2C%22value%22%3A%2229899%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f79468%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%22%2C%22value%22%3A%2226397%22%2C%22color%22%3A%22violet%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f7be68%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में महिला पुरुष के मतों का %”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B8%20%22%2C%22value%22%3A%2246.70%25%22%2C%22color%22%3A%22blue%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%AA%E0%A4%BE%20%22%2C%22value%22%3A%2219.43%25%22%2C%22color%22%3A%22pink%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%22%2C%22value%22%3A%2233.87%25%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%235472d2%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में पार्टियों की स्थिति “][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”बूथों की संख्या : 107″ font_container=”tag:h5|text_align:left”][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text]
प्रमुख मुद्दे
आपकी विधान सभा की प्रमुख समस्यायें | आपकी विधानसभा के लोगों के सपनें (माँगें / उम्मीदें) | |
1. | स्वास्थ सुविधाएं बदहाल | कृषि आधारित उद्योग स्थापित किया जाय |
2. | ग्रामीण सड़कों की हालत खराब | बन्दरों और आवारा पशुओं के पुनर्वास और किसानों को लागत का 50 प्रतिशत हिस्सा दिया जाए |
3. | पेयजल समस्या को लेकर आधी जनसंख्या परेशान | पर्यटन की संभावनाएं तलाशी जाय |
4. | कोई अच्छा शिक्षण संस्थान नहीं | किसान अफीम की खेती का लाइसेंस राजस्थान की तर्ज पर चाह रहे हैं |
5. | बच्चों को टेक्नीकल शिक्षा का कोई साधन एवं संस्थान नहीं | सरकाघाट उपमंडल की लगभग 15 पंचायतों- सधोत, पपलोग, बसंतपुर, चोलथरा, बरछवाद, बाग, मसेरण, रखोटा, पिंगला, टिक्कर, फतेहपुर, पौण्टा, हरिबेहना, सुलपुरबही, भद्रवाद पंचायतों की करीब 30 हज़ार किसानों का अपनी जमीनों पर खेती करना दूभर हो गया है. |
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