देशभर में हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए 151 केन्द्रों की शुरुआत की गई है. यह केंद्र वन स्टॉप सेंटर योजना के तहत खोले गए हैं. इन केन्द्रों की मदद से अब तक तकरीबन 30 हज़ार पीड़ित महिलाओं की सहायता की जा चुकी है. ये बातें शुक्रवार को लोकसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गाँधी ने एक तारांकित प्रश्न के उत्तर में कही.
उन्होंने बताया कि इन एकीकृत केन्द्रों को शुरू करने का मकसद हिंसा की शिकार हुई महिलाओं की मदद करना हैं.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा महिलाओं की मदद के लिए खोले गए इन केन्द्रों में एक चिकित्सक, एक नर्स, एक वकील, पुलिस और 8 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध हैं. इसके अलावा मेनका गाँधी ने बताया कि उनका मंत्रालय देशभर में वन स्टॉप सेंटरों की संख्या में इज़ाफा करेगा. यह संख्या बढ़ाकर 600 करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में श्रीमती गांधी मे बताया कि उनका मंत्रालय कार्यरत महिलाओं के हॉस्टलों को वित्तीय मदद भी दे रहा है. देशभर में ऐसे 940 हॉस्टलों का संचालन किया जा रहा है, जिनसे अब तक 70,600 महिलाओं को मदद दी जा चुकी है.