शिमला. हिमाचल प्रदेश में आधिकारिक तौर पर 15 जूलाई से शुरू हो रहे सेब के सीजन के लिए एचपीएमसी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. बागवानों के लिए सेब के कार्टन की मांग को पूरा करने के लिए एचपीएमसी ने कंपनियों से आवेदन मांगे है.
कंपनियां 15 जून तक एचपीएमसी में कार्टन की उपलब्धता को लेकर आवेदन कर सकते हैं. निगम को जिस कंपनी के रेट सबसे कम प्राप्त होंगे, उस कंपनी कों निगम इस बार कार्टन के लिए सप्लाई ऑर्डर जारी करेगा.
15 जूलाई से शुरू होता है सीजन
हिमाचल में प्रदेश में आधिकारिक तौर पर 15 जुलाई से सेब सीजन शुरू हो रहा है. वहीं, आम तौर पर प्रदेश में जून के मध्य से लेकर नवंबर तक सेब का सीजन रहता है. इसके पिछे प्रदेश के निचले हिस्सों का सेब जून के मध्य में ही बाजार में आना सबसे बड़ी वजह है. लेकिन सरकारी रिकार्ड में जुलाई से सेब सीजन शुरू होगा. निगम ने कंपनियों से सेब कार्टन की आपूर्ति के लिए आवेदन मांगे है, ताकि बागवानों को समय रहते कार्टन उपलब्ध करवाई जा सके.
अढ़ाई से तीन करोड़ सेब की पेटियों के उत्पादन का अनुमान
इस बार निगम ने कंपनियों से सफेद और भूरे रंग के कार्टन की मांग की है. निगम ने कंपनियों को 10 और 20 किलो की पैकिंग वाले कार्टन के रेट के साथ आवेदन करने को कहा है. प्रदेश में इस साल अढ़ाई से तीन करोड़ सेब की पेटियों के उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है. पिछले साल भी अढ़ाई करोड़ सेब की पेटी का कारोबार हुआ था.
शिमला और किन्नौर जिला सेब की सबसे अधिक पैदावार
हिमाचल में शिमला और किन्नौर जिला सेब की अधिक पैदावार होती है. इसके अलावा मंडी, कुल्लू व सिरमौर में भी सेब की पैदवार होती.