बुधवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मारे गए छह किसानों के परिजनोंं से मिलने मंदसौर पहुंचे. सबसे पहले वे बड़वन गांंव गए. वहांं वे गोलीबारी में मारे गए किसान घनश्याम धााकर के परिजनों से मिले. धाकर के परिजनों ने मुख्यमंत्री से तीन मांंगे रखी. उनमें, घनश्याम धाकर के पांच वर्षीय बेटे और दो वर्षीय बेटी की पूरी जिम्मेवारी सरकार को लेने, घनश्याम को पीटने वाले पुलिस पर कार्यवाई और गांव के किसानोंं को जेल से रिहा करना शामिल है. मुख्यमंत्री अपने पत्नी के साथ मंदसौर पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री ने धाकर के परिजनों को एक करोड़ का चेक भी दिया। शिवराज सिंह चौहान मारे गए किसानोंं के परिवार से मिलने के लिए आज लोध, नयाखेडा, पिपलिया मंडी, बरखेडा पंथ और बूढा गांव भी जाएंगे.
लोधा में सत्यनारायण के परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में जो भी नौकरी के लायक होगा उसे सरकारी नौकरी देंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आने के पहले मंदसौर से धारा 144 हटा दी गई. हालांकि पूरे इलाके में सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किया गया. भारी संख्या में पुलिस की तैनाती से पूरा इलाका पुलिस छावनी में बदल गया. किसानों के हत्या के 8 दिनों के बाद शिवराज पहली बार मंदसौर पहुंंचे हैंं. शनिवार को उन्होने प्रदेश की शांति व्यवस्था के लिए 72 घंटे का अनशन शुरु किया.
दूसरी ओर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में पुलिस बर्बरता के खिलाफ 72 घंटे सत्याग्रह करने की घोषणा की है. वे बुधवार की दोपहर से भोपाल के दशहरा मैदान में अपने सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे.
गोलीबारी के बाद मध्यप्रदेश राज्य सरकार ने कई घोषनाएं की हैं। बावजूद पिछले एक सप्ताह मेंं पांच किसानोंं ने आत्महत्या कर ली है.