शिमला. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की विधायकों के साथ हुई बैठक में लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने अटल टनल रोहतांग की शिलान्यास पट्टिका लगाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने जहां अटल टनल रोहतांग की सोनिया गांधी द्वारा किए गए शिलान्यास की पट्टिका को हटा दिया था वहीं उसे पुन: स्थापित किया जाए.
कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की अटल टनल रोहतांग से जुड़ी शिलान्यास पट्टिका लगाने की कवायद तेज हो गई है. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के आदेश के बाद मनाली प्रशासन हरकत में आया है. एसडीएम मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बीआरओ के अधिकारियों के साथ शिलान्यास पट्टिका लगाने के लिए स्थान चिह्नित कर लिया है. प्रशासन ने शुक्रवार को शिलान्यास पट्टिका लगाने की तैयारी कर ली है.
क्या है पूरा मामला?
उधर, शिलान्यास पट्टिका को लेकर विवाद गहरा गया है. इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा फिर आमने-सामने हो गए हैं. लाहौल-स्पीति के नवनियुक्त विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने 1,300 करोड़ के धन की व्यवस्था कर तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अटल टनल की आधारशिला रखी थी.
भाजपा सरकार ने जान बूझकर शिलान्यास पट्टिका को नहीं लगाया. कांग्रेस ने जब विरोध किया तो भाजपा सरकार ने इसे अनसुना कर दिया. कहा कि अटल टनल नेहरू और गांधी परिवार की देन है. दूसरी ओर, पूर्व तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि अटल टनल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन है.
उन्होंने कहा कि जून 2000 में केलंग में उन्होंने टनल निर्माण की घोषणा की थी. जून 2001 में टनल की आधारशिला रखी थी. टनल का दो-दो बार शिलान्यास करना जांच का विषय है. टनल के लिए बजट भी मोदी सरकार के कार्यकाल में जारी हुआ. उधर, उपमंडलाधिकारी मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि शुक्रवार को शिलान्यास पट्टिका लगा दी जाएगी.