नई दिल्ली: जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच क्रिटिकल टेक्नोलॉजी, डिजिटल समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई.
जापानी पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को जी7 की बैठक के लिए किया आमंत्रित
लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग, स्टील, एमएसएमई जैसे क्षेत्रों में भी दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई. 2023 को टूरिज्म एक्सचेंज के रूप में मना रहे हैं. जापानी प्रधानमंत्री ने मई महीने में जी7 की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया. इससे पहले सोमवार सुबह जापानी प्रधानमंत्री दिल्ली पहुंचे. जापानी प्रधानमंत्री के दौरे का उद्देश्य भारत और जापान के बीच रक्षा, व्यापार, निवेश और उच्च तकनीक के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है. फुमियो किशिदा और प्रधानमंत्री मोदी के बीच भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी20 और जापान की अध्यक्षता में होने वाली जी7 की बैठकों की प्राथमिकताओं को लेकर बातचीत हुई.
रूस-यूक्रेन मसले पर भी चर्चा
यूक्रेन का मुद्दा किशिदा के अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के एजेंडे में फिर से प्रमुखता से शामिल होगा. इसके अलावा सुरक्षा और रक्षा सहयोग बढ़ाने और मुक्त, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक की दिशा में काम करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा. किशिदा ने शनिवार को एक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ की मेजबानी की, जिसमें दोनों नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के गिरफ्तारी वारंट का स्वागत किया. हालांकि भारत और अमेरिका दोनों कोर्ट के सदस्य नहीं हैं और आईसीसी वारंट के जी20 और शंघाई सहयोग शिखर सम्मेलन में पुतिन की भागीदारी की संभावना नहीं है. जी20 सम्मेलन की की मेजबानी भारत इस साल के अंत में करेगा.
हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर रहेगा ध्यान
जापान के प्रधानमंत्री भारत में करीब 27 घंटे बिताएंगे. पीएम मोदी से बैठक के बाद वह एक थिंक टैंक के कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे, जहां वह अपने संबोधन में मुक्त हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी योजनाओं का खुलासा करेंगे.
चीन की चुनौती से निपटने पर फोकस
हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन अपनी ताकत लगातार बढ़ा रहा है. यही वजह है कि भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने क्वाड बनाकर चीन की चुनौती से निपटने की योजना बनाई है. किशिदा मुक्त हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए भारत की बढ़ती भूमिका पर भी वह अपने विचार रखेंगे. मुक्त हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए भारत और जापान के बीच पेट्रोलिंग बढ़ाने, मेरीटाइम कानूनों का पालन कराने की क्षमता बढ़ाने, साइबर सुरक्षा, डिजिटल और हरित ऊर्जा समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई.