शिमला. राजधानी में मशोबरा के समीप स्थित 173 साल पुराना राष्ट्रपति निवास (रिट्रीट) रविवार से आम जनता के लिए खुल गया. पहली बार इस ऐतिहासिक भवन को देखने के लिए सुबह 10:00 बजे से ही यहां लोगों का जमावड़ा लग गया. दोपहर 1:00 बजे तक निवास के अंदर जाने के लिए गेट पर लाइनें लग गईं.
पहले दिन कुल 440 लोगों ने राष्ट्रपति निवास का दीदार किया. कई सामाजिक संस्थाओं, स्कूली बच्चों ने भी यहां की सैर की. शांत और हरी भरी वादियों के बीच इस ऐतिहासिक भवन के अलावा यहां कई खास चीजें देखने को मिलीं.
भवन के बाहर ट्यूलिप गार्डन और पार्क लोगों को खूब पसंद आया. परिसर में ही एक दूरबीन लगा है जिससे बर्फ से ढकीं पर्वतमालाएं देखी जा सकती हैं. भवन के अंदर फोटो गैलरी है, जिसमें अब तक के सभी राष्ट्रपति की तस्वीरें हैं. राष्ट्रपति निवास में लोगों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है. राष्ट्रपति निवास घूमने आने वाले लोगों को चार जगह मेटल डिटेक्टर से चेक किया गया.

एक साथ 10 लोगों को प्रवेश, गाइड रहेगा साथ
निवास के गेट से अंदर जाने के लिए पास बनवाना अनिवार्य है. 50 रुपये शुल्क देकर यह पास बनेगा. विदेशी नागरिकों को 250 रुपये में यह पास मिल रहा है. पास बनवाने के बाद बाकायदा गेट पर तैनात पुलिसकर्मी अपने रजिस्टर में इसे दर्ज करेंगे. यहां से एक साथ दस लोगों को अंदर भेजा जाता है. एक गाइड साथ चलता है जो इस समूह को निवास के अंदर और बाहर की सैर करवाता है. भवन के अंदर मोबाइल फोन ले जाना मना है. अंदर फोटो खींचना भी मना है. करीब 20 से 25 मिनट की सैर के बाद लोग बाहर आते हैं.
क्लॉक रूम, व्हील चेयर और कैफेटेरिया की भी सुविधा
राष्ट्रपति निवास परिसर में अंदर सामान ले जाना मना है. इसके लिए गेट पर क्लॉक रूम की सुविधा है. जो लोग पैदल नहीं चल पाते, उनके लिए तीन व्हील चेयर उपलब्ध हैं. खाने-पीने के लिए निवास के गेट के पास कैफेटेरिया है. गेट पर राष्ट्रपति निवास के नाम से सेल्फी प्वाइंट बना है. लोग निवास के साथ कल्याणी हेलीपैड भी देखने जा सकते हैं.
हर सोमवार को रहेगा बंद
राष्ट्रपति निवास में तैनात मैनेजर भरत भूषण ने बताया कि हर सोमवार और सार्वजनिक अवकाश के दिन यह बंद रखा जाएगा. हालांकि, रविवार समेत बाकी दिनों में यह आम जनता के लिए खुला रहेगा. लोग गेट के अलावा राष्ट्रपति निवास की आधिकारिक वेबसाइट पर भी प्रवेश के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते हैं.
शिमला दौरे पर राष्ट्रपति मुर्मू ने की थी खोलने की घोषणा
हाल ही में शिमला प्रवास के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अधिकारिक रूप से इस ऐतिहासिक धरोहर को आम जनता के लिए खोलने की घोषणा की थी. स्कूली बच्चों के लिए शुरुआती तीन महीने तक कोई शुल्क नहीं लगेगा.