नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हैदराबाद हाउस में चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट का स्वागत किया। फॉन्ट ने भारत की अपनी पांच दिवसीय राजकीय यात्रा शुरू की जिसका उद्देश्य आर्थिक, वाणिज्यिक और सामाजिक क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाना है। प्रधानमंत्री मोदी और चिली के राष्ट्रपति ने भारत-चिली द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा की।
तय कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति बोरिक 5 अप्रैल को चिली के लिए रवाना होने से पहले आगरा, मुंबई और बेंगलुरु की यात्रा करेंगे। वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगे, जो उनके सम्मान में भोज का आयोजन करेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चिली के राष्ट्रपति ने हैदराबाद हाउस, नई दिल्ली से संयुक्त प्रेस वार्ता में मीडिया को संबोधित किया।
व्यापक व्यापार वार्ता पर बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त प्रेस मीट को संबोधित किया और चिली को लैटिन अमेरिका में भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया और भारत इस देश को अंटार्कटिका के प्रवेश द्वार के रूप में देखता है। दोनों देशों ने परस्पर लाभकारी व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर बातचीत शुरू की। मोदी ने वार्ता के बाद अपने मीडिया स्टेमेंट में कहा कि आज, हमने अपनी टीमों को परस्पर लाभकारी व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर चर्चा शुरू करने का निर्देश दिया है।
चिली के राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी
इससे पहले दिन में, फॉन्ट ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपनी यात्रा की तस्वीरें एक्स पर साझा कीं और कहा कि मंत्रियों और सांसदों के अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ, हमने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, जो नई दिल्ली में उनके सम्मान में बनाया गया स्मारक है। उनकी विरासत हमें याद दिलाती है कि भारत के साथ, हम न केवल समान हितों और अपने लोगों के लिए महान अवसरों के भविष्य को साझा करते हैं, बल्कि मौलिक मूल्यों को भी साझा करते हैं।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की, शांति और अहिंसा के उनके स्थायी संदेश का सम्मान किया। महात्मा की स्थायी विरासत और एकजुट करने वाले साझा मूल्यों पर चिंतन का क्षण। चिली के राष्ट्रपति के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें मंत्री, संसद सदस्य, वरिष्ठ अधिकारी, व्यापारिक नेता, मीडिया प्रतिनिधि और भारत-चिली आदान-प्रदान में शामिल सांस्कृतिक हस्तियां शामिल हैं।