नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मानसून 2025 का असर विकराल रूप ले चुका है। Indian Meteorological Department (IMD) ने बुधवार को राज्य के लिए Red Alert जारी किया है, जिसमें अत्यधिक भारी बारिश (Heavy Rainfall), landslide और flash flood की चेतावनी दी गई है। बीते 24 घंटों में 10 Cloudburst incidents दर्ज की गईं, जिनमें अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है।
मंडी जिला बना तबाही का केंद्र
राज्य में सबसे ज्यादा नुकसान मंडी (Mandi) जिले में हुआ है, जहां Beas River Flood की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इलाके में अचानक आई बाढ़ (sudden flood), लैंडस्लाइड और बादल फटने (Cloudburst in Mandi) ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।बुधवार सुबह 10 बजे तक राज्यभर में 282 सड़कें बंद थीं, जिनमें से अकेले मंडी में 182 सड़कें प्रभावित हुईं। साथ ही 1,361 power transformers और 639 drinking water supply schemes भी बाधित हो चुकी हैं।
20 जून से अब तक 51 लोगों की जान गई
20 जून से मॉनसून सीजन की शुरुआत के बाद से लेकर अब तक cloudburst, landslide और floods के कारण 51 लोगों की मौत, 103 घायल और 22 लापता हैं। अनुमानित economic loss अब तक ₹283 करोड़ से अधिक हो चुका है।
प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू
मुख्यमंत्री Sukhvinder Singh Sukhu ने प्रभावित इलाकों का दौरा करने की योजना बनाई है। वह आज Dharampur और Longani जाएंगे, जहां बारिश और बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। वे मौके पर प्रभावित परिवारों से मिलकर राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया हवाई दौरा
Leader of Opposition और पूर्व मुख्यमंत्री Jairam Thakur ने Baglamukhi Ropeway से प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया और SDM Thunag से सैटेलाइट फोन के जरिए संपर्क साधा क्योंकि इलाके में communication failure हो गया है।उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि फंसे हुए tourists and locals को जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए, भोजन और जरूरी राहत प्रदान की जाए और missing persons rescue operation को तेज किया जाए।
IMD ने क्या कहा?
IMD के अनुसार, हिमाचल में अगले कुछ दिनों तक extremely heavy rainfall warning जारी रहेगी। अधिकारियों ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे landslide-prone areas और river banks से दूर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।