नई दिल्ली. भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व का समर्थन व्यक्त किया है, क्योंकि गाजा में शांति प्रयास अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचते दिख रहे हैं। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमास द्वारा इसराइली बंधकों को रिहा करने के संकेतों की सराहना की। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, “भारत एक स्थायी और न्यायपूर्ण शांति के सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा।”
प्रधानमंत्री का यह बयान उस समय आया जब हमास ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने ट्रंप द्वारा प्रस्तावित शांति ढांचे के तहत सभी इसराइली बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई है।
हमास ने बंधकों की रिहाई पर दी सहमति
हमास का यह बयान लंबे समय से जारी संघर्ष में एक बड़ा विकास माना जा रहा है। संगठन ने कहा कि वह ट्रंप के प्रस्ताव के तहत सभी इसराइली बंधकों — चाहे जीवित हों या मृत — को रिहा करने के लिए तैयार है। हालांकि, हमास ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस योजना के कुछ हिस्सों को स्वीकार करता है, जबकि अन्य बिंदुओं पर आगे वार्ता की जरूरत है।
अपने बयान में हमास ने कहा कि वह “मध्यस्थों के माध्यम से तुरंत बातचीत शुरू करने” के लिए तैयार है, ताकि प्रस्ताव के सभी पहलुओं पर सहमति बन सके।
इसके अलावा, हमास ने गाजा की शासन व्यवस्था में बदलाव की संभावना जताई और कहा कि वह “स्वतंत्र फिलिस्तीनी तकनीकी विशेषज्ञों” की एक अंतरिम प्रशासनिक समिति को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए तैयार है।
ट्रंप की भूमिका
हमास ने शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में राष्ट्रपति ट्रंप की भूमिका के लिए उनका सार्वजनिक रूप से धन्यवाद किया, साथ ही अरब, इस्लामी और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के सहयोग की भी सराहना की।
इसके जवाब में ट्रंप ने इज़राइल से गाजा पर बमबारी रोकने की अपील की और कहा कि “शांति तभी संभव है जब हमास की वार्ता के लिए तत्परता के साथ युद्धविराम भी सुनिश्चित किया जाए।”
ट्रंप ने अपने Truth Social पोस्ट में लिखा, “हमास के हालिया बयान के आधार पर, मेरा मानना है कि वे स्थायी शांति के लिए तैयार हैं। इज़राइल को तुरंत गाजा पर बमबारी रोकनी चाहिए ताकि हम बंधकों को सुरक्षित और जल्दी बाहर निकाल सकें। वर्तमान स्थिति बेहद खतरनाक है।”
इससे पहले ट्रंप ने हमास को रविवार शाम तक अपनी शांति योजना स्वीकार करने की समयसीमा दी थी और चेतावनी दी थी कि “यदि संगठन ने योजना नहीं मानी तो हालात और बिगड़ जाएंगे।”
उन्होंने इस प्रस्ताव को हमास के लिए “आखिरी मौका” बताया था ताकि वर्षों से जारी संघर्ष का अंत किया जा सके।
ट्रंप की शांति योजना
व्हाइट हाउस ने ट्रंप की इस योजना को “रोडमैप फॉर पीस” करार दिया है। इस 20-बिंदु योजना में निम्न प्रावधान शामिल हैं:
तत्काल सीज़फायर (Ceasefire) और सभी बंधकों व कैदियों की अदला-बदली।
गाजा से इसराइली सेना की चरणबद्ध वापसी।
हमास का निरस्त्रीकरण (Disarmament of Hamas)।
गाजा के भविष्य के लिए अंतरराष्ट्रीय निगरानी में एक संक्रमणकालीन सरकार (Transitional Government) की स्थापना।
यह प्रस्ताव न केवल मौजूदा संघर्ष को समाप्त करने के उद्देश्य से बनाया गया है, बल्कि गाजा में लंबे समय से जारी हिंसा के बाद स्थायी स्थिरता और शांति स्थापित करने की दिशा में भी एक ठोस कदम माना जा रहा है।