नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने हाल ही में एक गजट नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें रक्षा कर्मियों को उनके असाधारण साहस और वीरता के लिए दिए जाने वाले बहादुरी पुरस्कारों की सूची दी गई है। इस सूची में ऑपरेशन सिंदूर और अन्य अभियानों में अपने अद्वितीय साहस का प्रदर्शन करने वाले भारतीय सेना और वायु सेना के जवान शामिल हैं।
वीर चक्र से नवाजा गया
सूची में शामिल हैं कर्नल कोशांक लांबा और लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील बिष्ट जैसे वीरों के नाम। कर्नल कोशांक लांबा को युद्धक्षेत्र में असाधारण साहस और वीरता दिखाने के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया। लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील बिष्ट ने एक ऑपरेशन के दौरान अपने कमांड का उत्कृष्ट नेतृत्व करते हुए आतंकवादी कैंपों को पूरी तरह नष्ट किया, जिसके लिए उन्हें भी वीर चक्र से नवाजा गया।
इसके अलावा, लड़ाकू पायलट ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू को उनके स्क्वाड्रन के कमांड के लिए वीर चक्र मिला। उन्होंने चुने गए लक्ष्यों पर सफल हवाई हमलों का नेतृत्व किया। वहीं, ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी, जो अग्रिम एयरबेस से सतह-से-वायु मिसाइल (SAM) स्क्वाड्रन चला रहे थे, ने मिशन के दौरान उत्कृष्ट नेतृत्व और सटीक निर्देशन दिखाया, जिससे दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा और अपनी संसाधनों को कोई क्षति नहीं हुई।
इससे पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 127 बहादुरी पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कार को सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों को मंजूरी दी थी।
