नई दिल्ली. 2025 के अवसर पर भारत के कई राज्यों में आग लगने की घटनाएं और जलने की घटनाएं ने खुशियों को मात दी। आतिशबाजी, बिल्डरों और डायनों के कारण दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और बिहार में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए, जबकि लाखों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
राज्यवार विवरण – आग और जलने की घटनाएं
- दिल्ली:
राजधानी में दिवाली की रात 250 से ज्यादा लोग झुलसे। मोहन गार्डन क्षेत्र में चार आवासीय भवनों में आग लगने के बाद सात लोगों का निर्माण हुआ।
अस्पताल सांख्यिकी:
सफदरजंग अस्पताल: 129 मरीज
एम्स: 55 मरीज
गुरु तेग बहादुर अस्पताल: 37 मरीज
डी.डी. उपाध्याय अस्पताल: 16 मरीज
लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल: 15 मरीज
- राजस्थान:
जयपुर में दीवाली की रात के 100 से ज्यादा लोगों को जलाने का कारण बनी रातें। एसएमएस अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में 99 घायलों को भर्ती किया गया। - और गुरुग्राम:
गुरुग्राम में 29 और गौतम बुद्ध नगर में 26 आग की घटनाएं हुईं। छिजारासी में एक छात्रा सुतली बम फोड़ने के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गई और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मृतक शिवा कुमार दशरथ खेडड़ी (यूपी) के निवासी थे। - हिमाचल प्रदेश:
60 स्थानों पर आग लगी, जिसमें रेस्तरां और अन्य संरचनाएं शामिल थीं।
जिलेवार आग की घटनाएं और नुकसान
जिला | घटनाएं | अनुमानित नुकसान |
---|---|---|
शिमला | 11 | 45 लाख |
कांगड़ा | 10 | 5.40 लाख |
हमीरपुर | 5 | 21 लाख |
सोलन | 5 | 15 लाख |
ऊना | 5 | 43 हजार |
मंडी | 4 | 1.50 लाख |
चंबा | 3 | 10 हजार |
कुल्लू | 2 | 50 लाख |
बिलासपुर | 1 | 10 हजार |
सिरमौर | 1 | 2 हजार |
आग और आतिशबाजी के कारण 151 लोग घायल हो गए।
आग से लगभग 1.40 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ और 19.50 करोड़ रुपये की संपत्ति बर्बाद हो गई।
- बिहार:
दो दिनों में आतिशबाजी और दीयों के कारण 80 से अधिक लोग झुलस गए। एम्स, पीएमसीएच और आईजीआईएमएस जैसे प्रमुख अस्पतालों में मरीज और उनके परिजनों की भीड़ लगी रही। कई को भर्ती किया गया, जबकि कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
सुरक्षा उपाय एवं तैयारी
फैक्ट्री विभाग की ओर से पूरी रात अग्नि सुरक्षा ड्यूटी लगाई गई।
विशेष रूप से आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल टीमें और चिकित्सक मौजूद रहे, ताकि घायल लोगों को तत्काल उपचार मिल सके।
कई आग सुरक्षा जागरूकता अभियान और चेतावनी जारी की गई।
विस्फोट के समय लोगों को मुखौटे और बच्चों को सुरक्षित दूरी पर रखने की सलाह दी गई।
दिवाली अग्नि सुरक्षा युक्तियाँ
फ़ुटबाल हमेशा के लिए खुला और सुरक्षित स्थान पर जलाएं।
बच्चों को हमेशा नियंत्रण में रखा जाता है।
सूखी घास, लकड़ी या ज्वलनशील वस्तु के पास कोई जलाएं नहीं।
आग लगने की स्थिति में तुरंत फायर ब्रिगेड या ऑटोमोबाइल एसोसिएशन पर कॉल करें।
केवल लाइसेंस प्राप्त दुकानों से ही खरीदारी करें।
– दिवाली 2025 सुरक्षा सबक
2025 में हुई घटनाओं से साफ पता चलता है कि दिवाली में आग लगने की घटनाएं और जलने की घटनाएं हर साल बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल और बिहार के आंकड़े बताते हैं कि सुरक्षा प्रोटोकॉल, अग्नि जागरूकता अभियान और समय पर आपातकालीन प्रतिक्रिया की लागत बढ़ रही है।