शिमला(रामपुर बुशहर). पूर्व मंत्री सिंघी राम के दौरे से कांग्रेस और भाजपा में हलचल बढ़ गयी है. कुछ दिन पहले ही सिंघी राम तकलेच, नरैण-बाहली में लोगों से मिले हैं. रामपुर बुशहर(शिमला) की राजनीति से पिछले दस सालों से दूर पूर्व मंत्री सिंघी राम ने कुछ दिन पहले क्षेत्र की तकलेच, नरैण व बाहली पंचायतों का दौरा किया. जिससे कांग्रेस व भाजपा दोनों ही दलों में हलचल तेज हो गयी है.
सिंघी राम ने चुनाव लड़ऩे का ऐलान पहले ही कर दिया था अब पहली बार क्षेत्र के लोगों की नब्ज टटोलने निकले हैं. जहां लोगों का अच्छा सर्मथन मिलता हुआ दिख रहा है लेकिन अभी साफ नहीं हो पाया है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेगें या फिर किसी पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरेंगे.
सिंघी को पंचायत प्रतिनिधियों का साथ
सिंघी राम लंबे समय से अपने समर्थकों से मिलते रहे हैं. रामपुर में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमें समर्थकों का जोश देखकर उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. कुछ पंचायत प्रधानों ने उनके समर्थन में एक होने की बात भी कही थी. जिसमें कांग्रेस पार्टी के वर्तमान विधायक को हटाने की मांग की गई थी. हालांकि बाद में कुछ पंचायत प्रतिनिधि वर्तमान विधायक के साथ खड़े हुये थे. इससे एक बात तो साफ है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
भाजपा में भी उम्मीदवार को लेकर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में मन मुटाव चल रहा है. सिंघी राम अभी कांग्रेस पार्टी से टिकट पाने के जुगाड़ में है. अब पार्टी हाईकमान पर ही निर्भर है कि वह रामपुर विधानसभा से अपना उम्मीदवार किसे घोषित करती हैं. कांग्रेस पार्टी को उन्हें दरकिनार करना भी आसान नहीं होगा क्योंकि उनको अच्छा-खासा जनसमर्थन हासिल है. सिंघी राम अपने समर्थकों को साथ लेकर दोनों पार्टियों के समीकरण भी बिगाड़ सकते हैं.