चंबा. जिला में रावी नदी पर बने पुल के टूट जाने के बाद प्रशासन ने चंबा और आसपास के पुलों की जांच का कार्य शुरू कर दिया है. दरअसल 19 अक्टूबर को परेल पुल टूट जाने की वजह से तीसा, चुराह और साहू के क्षेत्र की तरफ जाने वाले सभी वाहन अब बालू पुल से होकर जा रहे हैं, जिसकी वजह से वहां पर यातायात का दबाव काफी बढ़ गया है.
बालू पुल 1975 में बना था और उसकी हालत भी काफी जर्जर हो चुकी है. उपायुक्त चंबा सुदेश कुमार मोख्टा ने खुद जाकर इस पुल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया की पुल का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो चुका है, यहां तक कि लोहे के बड़े-बड़े गार्डर भी सड़ चुके हैं.
यह सब देखते हुए उपायुक्त ने तुरंत सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी को यह आदेश दिए कि इस पुल के ऊपर से गुजरने वाले अधिक भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित कर दिया जाए और क्षतिग्रस्त हुए पुल के भाग की तुरंत मरम्मत कराई जाए ताकि यहां पर किसी भी प्रकार का कोई नुकसान ना हो. दरअसल परेल पुल के टूट जाने के बाद प्रशासन चंबा और आसपास के पुलों पर बहुत ही गहनता से नजर बनाए हुए हैं.