वरिष्ठ वकील और कानूनी सलाहकार केके वेणुगोपाल देश के अगले अटार्नी जनरल होंगे. राष्ट्रपति ने उनके नाम पर अपनी सहमती दे दी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री भी केके वेणुगोपाल को अटार्नी जनरल बनाने के पक्ष में हैं. वे वर्तमान सर्वोच्च कानूनी अधिकारी मुकुल रोहतगी की जगह लेंगे. सरकार जल्द ही वेणुगोपाल के नाम की अधिकारिक घोषणा करने वाली है.
केके वेणुगोपाल मोरारजी देसाई की सरकार में अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल का पद संभाल चुके हैं. उन्होने बाबरी मस्जिद को गिराये जाने के समय आडवाणी की तरफ से केस लड़ा था. 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में वे सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के लिए न्याय मित्र की भूमिका निभाई थी.
केके वेणुगोपाल संंविधान के जानकार हैं. भूटान की सरकार ने उन्हें संविधान सलाहकार नियुक्त किया थाा. उन्होनें भूटान के संंविधान बनाने में अपना योगदान दिया था.
वर्तमान अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने आगे अपनी सेवा देने में असमर्थता जतायी थी.
केके वेणुगोपाल 86 साल के हैं. उन्होनें 1860 से सुप्रीम कोर्ट में वकालत की शुरूआत की थी.