नई दिल्ली. झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन हंगामें की भेंट चढ़ गया. विपक्ष ने बकोडिया कांड और स्थानीय नीति के मुद्दे पर नारेबाजी की. सत्र शुरू होने के तुरंत बाद 10.40 मिनट पर कार्यवाही को रोक दिया गया. दोबारा 12.45 मिनट पर कार्यवाही शुरू हुई. लेकिन विपक्ष के शोर-शराबे के बाद स्पीकर दिनेश उरांव ने 15 मिनट बाद ही कार्यवाही को दो बजे दोपहर तक के लिये स्थगित कर दिया.
हंगामे की वजह से प्रश्नकाल नहीं चल सका. वहीं, कई प्रश्न अनुत्तरित रह गये. बार-बार सदन के रुकने से क्षुब्ध स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा कि छोटे समय वाले सत्र भी नहीं चल रहे हैं तो ऐसे में कैसे काम हो पायेगा. सदन चलाना सबकी जिम्मेवारी है.
हालांकि तीसरे दिन सरकार और विधानसभा की विभिन्न समितियों ने अपने प्रतिवेदन सभा पटल पर रखे. संसदीय कार्य मंत्री सरयू राम बतौर प्रभारी मंत्री चार प्रतिवेदन पेश किया.