नई दिल्ली. कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ हुई बेअदबी पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संसद में दिये गये बयान के बाद पाकिस्तान ने भी अपनी ओर से सफाई दी है. पाकिस्तान की ओर से कहा गया है, कि सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं के बारे में पहले ही भारत को बता दिया गया था. अपना बचाव करते हुये पाकिस्तान ने कहा है कि कुलभूषण जाधव और उनके परिवार के बीच अंग्रेजी बातचीत हुई. इस दरम्यान दोनों ने आसानी से बातचीत की.
पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि पहले बातचीत के लिये 30 मिनट का समय तय किया गया था. कुलभूषण जाधव के परिवार के निवेदन पर इसे 40 मिनट कर दिया गया. पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया है कि कुलभूषण जादव की माता ने धन्यवाद भी दिया था.
गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कुलभूषण जाधव के परिवार वालों के साथ पाकिस्तान में हुये दुर्व्यवहार पर सदन में अपनी बात रखी. उन्होंने पाकिस्तान के आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि मुलाकात के दरम्यान कुलभूषण जाधव के परिवार वालों के मानवाधिकार का हनन किया गया है.
सुषमा स्वराज ने सदन को बताया कि मुलाकात के दरम्यान भय का माहौल पैदा किया गया. उन्होंने कहा, “मानवता और सद्भाव के नाम पर हुई इस मुलाकात में मानवता भी गायब थी और सद्भाव भी गायब था”. उन्होंने पाकिस्तान की हरकतों को ‘बेहूदगी के पार’ बताया.
कुलभूषण जाधव की पत्नी के जूते उतारने के मामले में उन्होंने कहा कि हमें पहले ही आशंका थी कि पाकिस्तानी अधिकारी कोई चाल चलेंगे, हमारी अाशंका सही साबित हुई. पाकिस्तान कुलभूषण की पत्नी के जूते में चिप तो कभी कैमरा होने की बात कर रहा है, जबकि इमिरेट्स के विमान में सुरक्षा जांच के बाद उन्हें मिलवाने ले जाया गया था.”
विदेश मंत्री ने कुलभूषण यादव के परिवार वालों से हुई बातचीत के हवाले से कहा कि जाधव बहुत तनाव में दिख रहे थे. उन्होंने सदन में कहा, “उन्हे(कुलभूषण जाधव) जो सिखाकर भेजा गया था वह वही बोल रहे थे, उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं था”. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले में दोनों सदनों में अपनी बात रखी.