सोलन. जोगिंद्रा कोऑपरेटिव बैंक शामती ब्रांच के मैनेजर पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है. सूत्रों की माने तो करीबन 21 महिलाएं तीन स्वयं सहायता समूह चला रही थी. जिसमें तीनों समूहों ने जोगिंद्रा बैंक में 4.50 लाख रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया. मैनेजर ने महिलाओं के कागजात तैयार किए और आवश्यक हस्ताक्षर लेकर उन्हें कुछ दिनों बाद आने के लिए कहा महिलाएं कुछ दिन तक इंतजार करती रही. लेकिन बैंक मैनेजर उन्हें टालती रही. कुछ दिनों बाद स्वयं सहायता समूह की तीनों प्रधान के पास 1.50 का ऋण चुकाने के लिए बैंक से नोटिस आया तो उसके पैरों तले जमीन निकल गई और उन्होंने इसकी शिकायत बैंक को की.
फिलहाल जोगिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक एलआर वर्मा ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कमेटी बिठा दी है. गहन जांच करने के बाद एक माह में रिपोर्ट प्रषित करने के आदेश दिए है. उन्होंने माना के प्रथमदृष्टया यह प्रतीत होता है कि महिलाओं के साथ धोखा हुआ है.
स्वयं सहायता समूह सरकार द्वारा इसलिए चलाए जा रहे है ताकि महिलाओं को कम ब्याज में ऋण उपलब्ध करवा कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके. लेकिन इस तरह की धोखाधड़ी से महिलाओं का क्या उत्थान होगा और क्या वह भविष्य में आत्मनिर्भर होने का प्रयास भी कर पाएंगी यह एक बड़ा प्रश्न है.