रांची. डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में बुधवार को आरोपी लालू प्रसाद यादव और आरके राणा सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुये. इस दौरान जज शिवपाल से लालू प्रसाद यादव की बातचीत भी हुई. लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मुलाकातियों की संख्या को बढ़ाया जाय. हालांकि जज ने इसे विधायिका का मामला बताया.
लालू प्रसाद यादव ने जज से मिलने वालों की संख्या बढ़ाने की मांग की. उन्होंने कहा कि अधीक्षक ने एक दिन में सिर्फ तीन लोगों से मिलने की अनुमति दी है इसपर विचार किया जाये. इसपर जज ने कहा कि इसका निर्धारण विधायिका करती है. लालू प्रसाद यादव ने कहा कि जेल में हमारे साथ हार्डकोर की तरह बर्ताव किया जाता है. इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव ने कोर्ट रूम में धक्का-मुक्की रुकवाने की बात कही.
उत्तर में जज ने कहा कि आपके कार्यकर्ता ही भीड़ लगाये रहते हैं. आपकी सुरक्षा के लिये ही सुरक्षाकर्मी लगाये गये हैं, बताइये कहां खाली करवाना है. सुनवाई के समय अदालत ने आरोपी और उनके अधिवक्ता के अलावा सभी को कोर्ट रूम खाली करने को कहा.
इसके साथ ही दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में लालू प्रसाद यादव सहित पीएसी के पूर्व अध्यक्ष जगदीश शर्मा और पूर्व सांसद डा. आरके राणा सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में पेश किए गए.
चाइबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू प्रसाद की पेशी वीडियो कांफ्रेसिंग से हुई. इस मामले उनके खिलाफ 24 जनवरी को फैसला सुनाया जाना है. जयप्रकाश यादव, भोला यादव, झारखंड के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान भी कोर्ट पहुंचे हुये थे. जयप्रकाश यादव से लालू प्रसाद यादव की बातचीत हुई.