चिंतपूर्णी(ऊना). चिंतपूर्णी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याक्षी रहे कुलदीप कुमार को मिली हार को लेकर रविवार को रामलीला मैदान में समीक्षा बैठक की गई.
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चिंतपूर्णी के अध्यक्ष अधिवक्ता विकास कश्यप की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में करीब 150 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. बैठक में कांग्रेस प्रत्याशी को मिली हार पर समीक्षा करते हुए चुनावों के समय पार्टी विरोधी कार्य करने वाले पांच लोगों को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया गया. पूर्व विधायक कुलदीप कुमार व पार्टी पदाधिकारियों की मौजूदगी में कई वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट रखते कहा कि चुनाव ने लोगों द्वारा अगर भीतरघात न किया जाता तो कांग्रेस की यहां से जीत पक्की थी.
ब्लॉक अध्यक्ष अधिवक्ता विकास कश्यप ने कहा कि चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है, जबकि पूर्व सरकार के कार्यकाल में कुलदीप कुमार के विधायक रहते हुए हर क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव से चहुंमुखी विकास करवाया गया, इसके वावजूद कांग्रेस का यहां से पराजित होना किसी समझ से परे है.
वहीं उन्होंने भाजपा के मुकाबले यहां पर कांग्रेस के चुनाव प्रचार में पिछड़ना भी हार का मुख्य कारण माना. इस मौके पर कुलदीप कुमार ने कहा कि उनके कार्यकाल में चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र में अथाह विकास हुआ है. चुनाव में भाजपा के पास लड़ने के लिए कोई मुद्दा नहीं था. उन्होंने गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि भीतरघात के साथ-साथ यहां उनकी हार का ईवीएम हैकिंग भी बड़ा कारण रहा है.
बैठक के बाद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधिवक्ता विकास कश्यप ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इस बैठक में चुनाव के दौरान भीतरघात करने बाले पांच लोगों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें सर्व सम्मति से कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया गया है.
उन्होंने बताया कि पार्टी से निष्कासित किये गए लोगों में चुनाव में कांग्रेस टिकट के दावेदार रहे बलविन्द्र सिंह, प्रदेश कांगेस कमेटी के सचिव राकेश चौधरी, बीडीसी सुरेश मियां, अधिवक्ता अश्वनी अरोड़ा, पूर्व जिला परिषद सदस्य मोहन लाल शामिल हैं.