धर्मशाला. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का गद्दी समाज पर दिया गया बयान उनके लिये जानलेवा साबित हो रहा है. गद्दी समाज सीएम के विवादित बयान पर भड़का हुआ है. दरअसल ऊना पहुंच कर सीएम ने सतपाल सिंह सत्ती पर निशाना साधा और कहा था कि सत्ती बीजेपी के अध्यक्ष हैं तो क्या हुआ. अध्यक्ष तो गद्दी सभा के भी होते हैं.
इसी विवाद को लेकर पूर्व मंत्री किशन कपूर, जो कि गद्दी समुदाय से ही संबंध रखते हैं, उन्होने गद्दी समुदाय के लोगों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया. कपूर ने कहा की सीएम के इस बयान से उनके समुदाय का अपमान हुआ है. सीएम का ये बयान गद्दी समुदाय के प्रति उनकी संकीर्ण सोच को दिखाता है और ऐसे बयान मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते हैं. कपूर ने कहा ऐसा बयान देकर उन्होंने गद्दी समुदाय को कमतर आंकने की कोशिश की है. सीएम ने गद्दियों को हलके में लिया है.आने वाले विधासभा चुनावों में पूरा गद्दी समुदाय एक जुटता के साथ इस अपमान का जवाब देगा.
आम जानकारी के मुताबिक, गद्दी समाज हिंदू धर्म का पालन करते हैं। गद्दी का मतलब आमतौर पर हिमालय के आस-पास भेड़-बकरी चराने वालों से लगाया जाता है. हिमाचल, कश्मीर, लद्दाख, और पाकिस्तान के कुछ इलाकों में भी गद्दी पाये जाते हैं. हिमाचल की लगभग 20 विधानसभाओं में गद्दियों की जनसंख्या अच्छी-खासी है.