शिमला. ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए एक नारे ने हिमाचल के कर्मचारियों को एकजुट कर दिया और बड़ा आंदोलन खड़ा हो गया. जोइया मामा मानदा नहीं, कर्मचारियों को शुणदा नहीं, जोइया मामा मानी जा, पुरानी पेंशन पाछू ला के नारे ने हिमाचल में कर्मचारियों को एक सूत्र में बांध लिया.
इस नारे को देने वाले शिक्षक ओम प्रकाश को परेशानियों से गुजरना पड़ा. पूर्व सरकार ने ओम प्रकाश का तबादला शिमला के दूरदराज इलाके में कर दिया, जिसे उन्होंने हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती भी दी. अदालत के आदेशों के बाद विभाग ने उन्हें मनपसंद स्थान पर समायोजित कर दिया. विधानसभा के बाहर नारे लगाने पर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया, जिसके लिए उन्हें अदालत से जमानत भी लेनी पड़ी.
एनपीएस कर्मचारी कांग्रेस के आभारी हैं
पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान विधानसभा में भी इस नारे के बोल खूब गूंजे. कांग्रेस पार्टी ने विपक्ष में रहते हुए ओल्ड पेंशन स्कीम को मुद्दा बनाया और चुनाव में विजयी हासिल की. 13 जनवरी को आयोजित सुक्खू सरकार की पहली कैबिनेट ने ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल कर दी है. एनपीएस के प्रवक्ता ओम प्रकाश ने कहा कि कर्मचारियों का यह आंदोलन वर्ष 2015 में जिला कुल्लू के आनी से शुरू हुआ था. पूर्व सरकार में भी अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने बड़ा संघर्ष किया. अब सुक्खू सरकार ने पेंशन को बहाल किया है. इसके लिए एनपीएस कर्मचारी सरकार के आभारी हैं.
ओम प्रकाश ने खूब लगाए ठुमके

जोइया मामा मानदा नहीं… का नारा देने वाले कर्मचारी ओम प्रकाश ने शुक्रवार को सचिवालय के बाहर खूब ठुमके लगाए. होई गई पुरानी पेंशन बहाली. गाने पर जिला कांगड़ा से आए कर्मचारियों ने डांस किया. सिरमौर की नाटी भी खूब छाई रही.
सुक्खू के पोस्टर लेकर पहुंचे कर्मचारी
सचिवालय परिसर पहुंचे कर्मचारी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के पोस्टर हाथ में लिए जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए. करीब दो घंटे तक परिसर के बाहर जश्न का माहौल रहा.
इस साल करीब 3,000 सरकारी कर्मचारी सरकार के फैसले से लाभान्वित होंगे
प्रदेश न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल कर सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का दिल जीत लिया है. प्रदेश के करीब सवा लाख कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ मिलेगा. इससे कर्मचारियों और उनके परिवार का भविष्य भी सुरक्षित होगा. इस साल करीब 3,000 सरकारी कर्मचारी सरकार के फैसले से लाभान्वित होंगे. वर्ष 2015 से प्रदेश के 12,000 कर्मचारी पुरानी पेंशन सुविधा ले पाएंगे.
कांग्रेस ने अपनी दस गारंटियों में पुरानी पेंशन बहाली को शामिल किया था और कर्मचारी वर्ग ने कांग्रेस पर विश्वास जताया और सत्ता में लाने में मदद की. आज कांग्रेस सरकार ने कर्मचारी हित में फैसला लेकर पुरानी पेंशन बहाल कर दी.
एनपीएस कर्मचारियों के केस होंगे वापस
पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान जिन कर्मचारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे, उन्हें वापस लिया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एनपीएस कर्मचारियों को यह आश्वासन दिया है.
पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों ने पटाखे फोड़कर मनाया जश्न
ओपीएस बहाल होने पर एनपीएस कर्मचारियों ने सचिवालय के बाहर पटाखे फोड़कर जश्न मनाया. एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर को कंधे पर उठाकर सचिवालय परिसर तक लाया गया. वह कुछ समय के लिए भावुक भी हुए. उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों का आभार जताया.