नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी तथाकथित शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका के मद्देनजर राजधानी में ‘मैं भी केजरीवाल’ हस्ताक्षर अभियान शुरू करेगी. आगामी 20 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में जनता से पूछा जाएगा कि केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने पर उनको इस्तीफा देना चाहिए या जेल से ही दिल्ली सरकार चलानी चाहिए?
आप के प्रदेश संयोजक एवं दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने पार्टी मुख्यालय पर संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हस्ताक्षर अभियान में सरकार के मंत्री, पार्टी के विधायक, पार्षद और पदाधिकारी 2600 पोलिंग स्टेशनों में घर-घर जाएंगे और लोगों से चर्चा कर उनकी राय जानेंगे.
इसके अलावा 21 से 24 दिसंबर तक विधायक और पार्षद सभी वार्डों में जनसंवाद करके जनता की राय लेंगे. इस संबंध में मंडल स्तर पर टीमों का गठन किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि पार्टी ने एक पाम्पलेट तैयार किया है, जो घर-घर जाकर लोगों को दिया जाएगा. पार्टी कार्यकर्ता लोगों के साथ पाम्पलेट में कही गई बातों पर चर्चा करेंगे कि आखिर तथाकथित शराब घोटाला फर्जी कैसे है? केजरीवाल को प्रधानमंत्री क्यों गिरफ्तार करना चाहते हैं? क्या प्रधानमंत्री केजरीवाल के काम का मुकाबला कर सकते हैं या नहीं? क्या प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं? आखिर में लोगों से पूछा जाएगा कि अगर गिरफ्तारी होती है तो क्या केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए या नहीं देना चाहिए?
AAP को खत्म करने का आरोप
दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने फर्जी केस बनवाकर मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह को जेल में डाल दिया है. इसके बाद भी आप को तोड़ने में कामयाब नहीं होने पर भाजपा ने केजरीवाल को गिरफ्तार कराने का षड्यंत्र रचना शुरू कर दिया है. दरअसल भाजपा आप को खत्म करना चाहती है. इसी के तहत फर्जी शराब घोटाले का केस बनाकर आम आदमी पार्टी के एक-एक नेता को जेल में बंद करने का सिलसिला शुरू किया है.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने विधायकों व पार्षदों के साथ अलग-अलग बैठकें की थी. इस दौरान उन्होंने पूछा था कि अगर उनकी गिरफ्तारी होती है तो क्या करना चाहिए. विधायकों ने प्रस्ताव रखा था कि गिरफ्तारी होने पर उन्हें सरकार जेल से चलानी चाहिए. अब आप ने दिल्ली की जनता की राय लेने का निर्णय लिया है.