नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि आसियान-भारत कनेक्टिविटी शिखर सम्मेलन(एआईसीएस) इसी महिने की 11 और 12 तारीख को होने वाली है. जिसमें भारत और आसियान देशों के वरिष्ठ मंत्री हिस्सा लेंगे. शिखर सम्मेलन में सड़क, परिवहन समेत कई विभागों के मंत्री नितिन गडकरी, संचार मंत्री मनोज सिन्हा, विदेश राज्य मंत्री वी के सिन्हा और एम जे अकबर और विदेश मंत्रालय की पूर्व सचिव प्रीति सरन हिस्सा लेंगी.
क्या कहते हैं जापान के राजदूत
जापान के राजदूत केन्जी हिरामात्सू के मुताबिक यह समिट भारत और जापान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस समय के भू-राजनैतिक हिसाब से दक्षिण एशिया भारतीय विदेश नीति के लिए यह समिट लाभकारी रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत दक्षिण आसियान के लिए अपनी विदेश नीति पर लगातार काम कर रहा है, और देशों से जुड़ने के लिए भारत हर कारगर कदम को उठाने की कोशिश कर रहा है.
सबको साथ लेकर चलने की कोशिश
वियतनाम के उप सूचना एवं संचार मंत्री पी ताम, कंबोडिया के लोकनिर्माण एवं परिवहन राज्य मंत्री टी चानकोसल समिट में हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा सरकार के नीति निर्धारकों, वरिष्ठ अधिकारियों, निवेशकों, उद्योगपितयों और व्यापार संगठनों के प्रतिनिधियों और उद्यमियों को इस समिट के जरिए एक मंच मिल सकेगा.