नई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद रूस सहित कई देशोंं के साथ अमेरिका के संबंध लगातार बदल रहे हैं. हाल ही में ट्रंप ने कई देशों पर विभिन्न तरह के प्रतिबंध लगाये हैं. ताजा मामला ईरान पर परमाणु परीक्षण को लेकर लगाये गए प्रतिबंध का है. ईरान ने फिर एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हालिया लगे प्रतिबंध के लिए जिम्मेदार ठहराया है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के हवाले से सरकारी वेबसाइट ने लिखा है कि 2015 के ऐतिहासिक परमाणु समझौते का उल्लंघन भी है. विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरागची ने कहा कि ईरान सभी प्रतिबंधों का जवाब देगा. सैयद अब्बास अरागची अमेरिका के खिलाफ 16 सूत्री एजेंडा का भी जिक्र किया जिसमें ईरान के सशस्त्र सेना को मजबूत करने की भी योजना है.
इधर अमेरिका और उत्तरी कोरिया के बीच तल्खी और बढ़ गयी है. अमेरिका ने अपने नागरिकों को उत्तर कोरिया में यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध एक अगस्त से लागू होगा. इससे पूर्व अमेरिका ने उत्तर कोरिया में रह रहे अपने लोगों को वापस आने का आदेश जारी किया है. यह प्रतिबंध उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग गए एक अमरीकी छात्र की मौत होने के बाद लगाया गया है.
आदेश के बाद उत्तरी कोरिया के लिए जारी किए गए पासपोर्ट अवैध हो गए हैं. अमेरिकी संघीय रजिस्टर में कहा गया है कि उत्तर कोरिया या उससे होकर जाने वाले किसी भी पासपोर्ट की मान्यता समाप्त कर दी गई है, जबतक कि वहां जाने के लिए विशेष अनुमति नहीं हो. अधिकारियों ने आशंका जतायी है कि उत्तर कोरिया में यात्रा के दौरान अमेरिकी लोगों को वहां की सरकार कैदी बना सकती है.
उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी KCNA के मुताबिक, एक अधिकारी ने अमेरिका के इस कदम को ‘अनैतिक’ बताया है. अधिकारी ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिका के नागरिकों को यहां आने में डरने की जरूरत नहीं है और वे दुनिया के सभी नागरिकों को उत्तर कोरिया आने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
वहीं, अमेरिका के साथ रूस के संबंध बनते-बनते बिगड़ गये हैं. रूस के प्रधानमंत्री देमेत्री मेदवेदेव ने अमेरिका के नए प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ पूर्ण आर्थिक युध्द बताते हुए इसकी निंदा की है.