करौली : एक ओर हिंडौन सिटी में चिकित्सा की सभी आधुनिक व्यवस्था है साथ ही लगातार गंभीर बीमारियों के उपाचार ढूंढे जा रहे हैं. दूसरी ओर 21वीं सदी में भी जिले की ढाणियां एवं तहसील मुख्यालयों पर नीम-हकीमों और झोलाछापों ने इलाज के नाम पर अपनी दूकानदारी खोल रखी है.
करौली में अवैध तरीकों से चल रहे नीम-हकीमों और झोलाछापों की दूकानदारी आज भी कब्ज़ा जमाये बैठी है. मामले में जिले का स्वास्थ व चिकित्सा विभाग कुम्भकरनी नींद सो रहा है.
जिले के सभी तहसील मुख्यालयों व गांव-गांव ढाणियों में चल रहे अवैध झोलाछाप की दूकानदारी में ग्रामीण तबकों से जुड़े लोग ऐसे फर्जी चिकित्सको के शिकार हो रहे हैं.