हमीरपुर. हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक कर्मचारी एवं ऑफिसर्स संघ लंबित मांगों को लेकर एकजुट हो गया है. संघ ने कड़ा रुख अपनाते हुए आज से बैंक से ऋण वितरण प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया है. साथ ही संघ ने बैंक चेयरमैन पर झूठा एनपीए दिखाकर करोड़ों की धांधली करने का आरोप लगाया है.
1 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे
इसको देखते हुए संघ ने निर्णय लिया है कि विरोध के तौर पर 7 दिसंबर को प्रदेश के सभी सांसदों के घरों के बाहर आमरण अनशन शुरू करेगें. 1 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी.
हमीरपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान संघ प्रदेश उपाध्यक्ष एनके नंदा ने कहा कि बिना वजह से शाखा प्रबंधक डीसी शर्मा को 17 अक्टूबर 2014 को चार्जशीट कर जबरन सेवानिवृत किया गया है. तमाम गड़बड़ियों की शिकायत नाबार्ड, पीएनबी, आरबीआई, सीवीसी और वित मंत्रालय से संगठन के सदस्यों का उत्पीड़न होने की शिकायत की गई है. जल्द कर्मचारियों की मांगों पर गौर नहीं किया गया तो संघर्ष को तेज किया जाएगा.
इस अवसर पर संगठन मंत्री अशोक ठाकुर, महासचिव मंगल राम नेगी, जिला अध्यक्ष तिलक राज शर्मा, अनुराग जोशी और एमपी सोनी भी मौजूद रहे.