बिलासपुर(घुमारवीं). बाहरी राज्यों से आए मजदूर या लोगों को कमरा किराए पर देने से पहले उनका रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होता है. लेकिन मकान मालिक कम ही इसकी परवाह करते हैं. घुमारवीं में लगभग 6 हजार बाहरी लोग रहते हैं लेकिन उनमें से केवल कुछ ही लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. 2016 में घुमारवीं, भराड़ी व तलाई के थानों में केवल 1784 लोगों को पंजीकृत किया गया. जिनमें सबसे ज्यादा 1107 लोगों का घुमारवीं थाना में रजिस्ट्रेशन हुआ.
2017 में एक दिसंबर तक 1138 लोगों का पंजीकरण हुआ. इस वर्ष भी 613 लोगों का रजिस्ट्रेशन केवल घुमारवीं से ही हुआ है. ऐसे रजिस्ट्रेशन करने से व्यक्ति की पहचान मालूम हो जाती है. अगर कोई किसी घटना को अंजाम देता है तो उसे पकड़ने में सहूलियत होती है.
“कोई भी संदिग्ध दिखे तो पुलिस को तुरंत बताएं”
डीएसपी राजेश कुमार ने कहा कि पुलिस बाहरी राज्यों से आए हुए लोगों का समय-समय पर पंजीकरण कर रही है. पर लोग भी अपना दायित्व समझें व किराए पर कमरा देने से पहले उनका पंजीकरण जरूर देखें. उन्होंने कहा कि शहर व गांवो में लोगों को कोई भी संदिग्ध दिखे तो उसके बारे में पुलिस को तुरंत बताएं.