बिलासपुर. नयना देवी विधानसभा क्षेत्र के स्वाहण में कृषि प्रसार अधिकारी का दफ्तर अब पशु पक्षियों का बसेरा बनकर ही रह गया है. उचित रखरखाव व अनदेखी की वजह से भवन की हालत खस्ता हो गई है. खंडहर में तब्दील हो रही इस इमारत के दरवाजे-खिड़कियां टूट चुके है, प्लास्टर भी उखड़ना शुरू हो गया है. तीन पंचायतें स्वाहण, री और टरवाड के हजारों लोगों को इसकी सुविधा है.
नयना देवी विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली पंचायत स्वाहण स्थित कृषि प्रसार अधिकारी की इस भव्य इमारत का निर्माण 1995 मे किया गया था. करीब दस बारह साल पहले तीन पंचायतें स्वाहण, री,और टरवाड के हजारों लोग यहां से ही कृषि संबंधी सामग्री और जानकारी लेते थे. लेकिन पिछले दस बारह सालों से ये दफ्तर बंद पड़ा है और इस इमारत की उचित देखभाल न होने की वजह से अब यह इमारत खंडहर बन गई है.
तीन पंचायतों के हजारों लोगों को 20-25 किलोमीटर दूर कृषि संबंधी सामग्री और जानकारी लेने के लिए जाना पड़ता है. इमारत में करीब चार-पांच कमरे हैं, जिसका विभाग सदुपयोग नहीं कर पा रहा है. थोड़ा बहुत मरम्मत कार्य करने से लाखों की लागत से निर्मित यह इमारत चकाचक हो सकती है.
हैरानी की बात यह है कि कृषि विभाग ने इस भवन को न तो असुरक्षित घोषित किया है और न ही इसके उचित रखरखाव के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे इमारत दिन प्रतिदिन खंडहर बनती जा रही है. अब आलम यह है कि यह इमारत पशु पक्षियों के लिए बसेरे से कम नहीं रह गई है.
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर दलित सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में है और बजट भी पास होने वाला है जैसे ही बजट आता है रिपेयर का काम शुरू कर दिया जाएगा और जल्द ही लोगों को इसकी सुविधा मिलेगी.