नाहन (सिरमौर). हिमाचल के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और नाहन विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट से चुनावी मैदान में उतरे डॉ. राजीव बिंदल इलाके की सूरत बदलना चाहते हैं. ‘पंचायत टाइम्स’ से विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर सवाल उठाए और उनकी उपलब्धि को शून्य बताया. कांडो गांव में जनसंपर्क अभियान के दौरान हुई बातचीत में बिंदल ने दावा किया कि अबकी सत्ता में आने के बाद वह इस गांव को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में बदल देंगे.
कांग्रेस सरकार की अनदेखी से बंद हुए उद्योग
2009 में पहली बार नाहन से चुनाव लड़ने वाले डॉ. बिंदल ने राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया. कहा कि नाहन का लोहे का कारखाना और अन्य तमाम उद्योग सरकार की अनदेखी के कारण बंद हो गए. सरकार ने पिछले कार्यकाल में नाहन ही नहीं, सिरमौर जिले को भी कुछ नहीं दिया.
अपनी उपलब्धियों का बखान
कांडो गांव को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के साथ ही बिंदल ने बंद उद्योगों को दोबारा शुरू करने का वादा किया. उन्होंने बताया कि इसके अलावा क्षेत्र के लिए दर्जनभर से ज्यादा पुल और एक हाइवे पास करा लिया गया है. धौलाकुआं में बने हिमाचल के एकमात्र आईआईएम का श्रेय भी वह पिछली भाजपा सरकारों को देते हैं.
कांटे का है मुकाबला
जेपी नड्डा के करीबी माने जाने वाले डॉ. बिंदल पहले सोलन से विधायक थे. सीट सुरक्षित होने के बाद 2009 में उन्होंने नाहन से चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की. बिंदल के जवाब में कांग्रेस ने इस बार जिलाध्यक्ष अजय सोलंकी को टिकट दिया है. राजपरिवार से जुड़े सोलंकी को क्षेत्र में प्रभावशाली नेता माना जाता है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बार दोनों के बीच कांटे का मुकाबला तय है.