शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भाजपा का अजब- गजब प्रदर्शन देखने को मिला. बीजेपी विधायक विधानसभा में दूध की बाल्टियां लेकर पहुंचे और गाय-भैंस का दूध बेचा. सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने 80 रुपये प्रति लीटर गाय का दूध और 100 रुपये प्रति लीटर भैंस का दूध खरीदने का वादा किया था.
विधानसभा परिसर में ही बीजेपी विधायकों ने गाय-भैंस का दूध बेचकर सरकार को गारंटी याद दिलवाई. शीतकालीन सत्र के पहले दिन बीजेपी विधायक 10 गारंटियों के बॉडी फ्लेक्स पहन कर पहुंचे थे. इसके बाद दूसरे दिन बीजेपी विधायक सिर पर गोबर की टोकरी लिए हुए नजर आए थे.
क्या हैं कांग्रेस सरकार की 10 गारंटियां?
- पुरानी पेंशन स्कीम बहाली
- महिलाओं को मिलेंगे हर महीने 1 हजार 500 रुपये
- घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक बिजली फ्री
- युवाओं को पांच लाख रोजगार
- बागवान खुद तय करेंगे फलों की कीमत
- युवाओं के लिए 680 रुपये करोड़ का स्टार्ट-अप फंड
- मोबाइल क्लीनिक से होगा हर गांव में मुफ्त इलाज
- हर विधानसभा में खुलेंगे चार अंग्रेजी माध्यम स्कूल
- गाय-भैंस पालकों से हर दिन 10 लीटर दूध खरीदेंगे
- दो रुपये किलो गोबर खरीदेंगे
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जनता को 10 गारंटियां दी थीं. आज बीजेपी विधायक तीसरी गारंटी याद दिलवाने के लिए आए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों से वादा किया था कि गाय का दूध 80 रुपये प्रति लीटर और भैंस का दूध 100 रुपये प्रति लीटर खरीदा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
जयराम ठाकुर ने कहा कि विरोध स्वरूप जो बाल्टियां लाई गई हैं, उसमें दूध की यूनिट प्रति किलो लिखी गई है, क्योंकि मुख्यमंत्री दूध को लीटर में नहीं किलो में खरीदना चाहते हैं. बीजेपी उनकी बात से अलग नहीं चलना चाहती
सरकार ने की है 6 रुपये बढ़ाने की घोषणा
11 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को एक साल का कार्यकाल पूरा हुआ. इस दौरान सरकार ने धर्मशाला में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया. इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुक्खू ने घोषणा की है कि सरकार 31 रुपये प्रति लीटर की बजाय 37 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदेगी, लेकिन बीजेपी का सवाल है कि जब वादा 80 रुपये प्रति लीटर और 100 रुपये प्रति लीटर का किया गया था, तो अब सिर्फ छह रुपये बढ़ाकर किसानों के साथ वादाखिलाफी क्यों की जा रही है.