जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सभी दलों की तरफ से तैयारी जारी है. इस बीच बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जयपुर में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के उदयपुर दौरे के दौरान राजसमंद में पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने सामने हो गए. स्थिति ऐसी हो गई कि भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन की बौछार करनी पड़ी. यहीं नहीं पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया.
बीजेपी ने दावा किया है कि पुलिस के इस रवैये से उसके कार्यकर्ताओं को चोटें भी आई हैं. फिलहाल स्थिति 15 मिनट में काबू आई. पुलिस कार्रवाई के विरोध में बीजेपी पदाधिकारियों ने कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौपां. इसके बाद सीपी जोशी ने उदयपुर संभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इसमें आगामी चुनाव को लेकर बातचीत हुई.
गौरतलब है कि पेपर लीक समेत कई मुद्दों पर बीजेपी गहलोत सरकार को लगातार घेर रही है. बीजेपी कार्यकर्ता सचिवालय का घेराव करने सड़कों पर उतरे तो इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, बाद में पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया. बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए प्रदर्शन के कई वीडियो सामने आए हैं.

प्रदर्शन से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मीणा ने दावा किया कि सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग (डीओआईटी) में 5,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था, लेकिन जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच की अनुमति मांगी, तो मुख्यमंत्री ने इनकार कर दिया.
सांसद किरोड़ी मीणा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना
मीणा ने दावा किया कि देश में पहली बार एक सरकारी भवन की अलमारी से 2.31 करोड़ रुपये नकद और सोना बरामद किए गए हैं. नकदी और सोना पिछले महीने योजना भवन के तहखाने में बंद अलमारी से जब्त किया गया था, जिसके बाद जयपुर पुलिस ने डीओआईटी के एक संयुक्त निदेशक को गिरफ्तार किया था.
मीणा ने कहा कि गहलोत सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. राजस्थान में एक साल में प्रतियोगी परीक्षाओं के सोलह पेपर हुए और वे सभी लीक हुए हैं. अब प्रवर्तन निदेशालय ने आकर जांच शुरू कर दी है, इसलिए गहलोत डरे हुए हैं. बताते चलें कि इस महीने की शुरुआत में, प्रवर्तन निदेशालय ने परीक्षा पेपर लीक मामले में राजस्थान में कई स्थानों पर तलाशी ली थी.