“मैं न केवल मुसलमान के तौर पर बल्कि एक भारतीय नागरिक, एक राजनीतिक दल के सदस्य के रूप में इसे(मुसलमानों के प्रति हिंसा को) लेकर चिंतित हूं। मेरी पार्टी भी इस मामले को लेकर इतनी ही चिंतित है।”
ये शब्द भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष अब्दुल रशीद अंसारी ने बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन के घर आयोजित ईद की दावत के मौके पर अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कही.
यह बयान तब आया है जब मुसलमानों पर हिंसा होने की बात विरोधियों के द्वारा कही जा रही है. 22 जून को हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक 15 वर्षीय युवक जुनैद खान की ट्रेन में हुए मामूली विवाद के बाद हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्टोंं में कहा गया कि बीफ ले जाने के शक में उसपर हमला किया गया और उसकी हत्या कर दी गई थी. वहीं दूसरे मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक विवाद सीट को लेकर था. बाद में विवाद बढ़ने पर उसकी पिटाई कर दी गई. इससे उसकी मौत हुई.
इसके बाद विपक्ष ने मुसलमानों को लेकर सरकार पर हमले को तेज कर दिया. विरोध में जुनैद के गांव के आसपास के लोगों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ी थी. सोशल मीडिया पर विरोध में शामिल होने के लिए अपील भी किया गया.
अंसारी ने मुसलमानों की सुरक्षा लेकर पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबध्दता को भी दोहराया. पिछले साल अगस्त में पीएम मोदी ने स्वघोषित गौरक्षकों को “असामाजिक तत्व” बताते हुए कहा था कि वे गौरक्षा के नाम पर अपनी “दुकान” चला रहे हैं. अंसारी ने ऐसी घटना को व्यापक दृष्टी से देखने की बात कही.