नई दिल्ली. चार धाम यात्रा 2025 30 अप्रैल को शुरू होने वाली है, जिसके साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खुल जाएंगे। श्रद्धालुओं की आमद को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार में 20 निर्धारित काउंटरों पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है, जिसके साथ ही आज पंजीकरण प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है।
जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने पुष्टि की कि प्रत्येक दिन, इन काउंटरों पर 1,000 तक तीर्थयात्री ऑफ़लाइन पंजीकरण कर सकते हैं, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों (विकलांग व्यक्तियों) और विदेशी नागरिकों के लिए प्रावधान शामिल हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया निःशुल्क है और इसका उद्देश्य तीर्थयात्रा के अनुभव को सुव्यवस्थित करना है। यात्रा के दौरान अपेक्षित आगंतुकों की उच्च मात्रा को समायोजित करने के लिए काउंटर रणनीतिक रूप से स्थित हैं।
चार धाम यात्रा में चार पवित्र मंदिर शामिल हैं: यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ, ये सभी गढ़वाल हिमालय में स्थित हैं।
मंदिरों के खुलने की तिथियां इस प्रकार हैं:
यमुनोत्री: 30 अप्रैल, 2025
गंगोत्री: 30 अप्रैल, 2025
केदारनाथ: 2 मई, 2025
बद्रीनाथ: 4 मई, 2025
यात्रा को सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिए, उत्तराखंड सरकार ने पार्किंग व्यवस्था, स्लॉट प्रबंधन और रीयल-टाइम अपडेट जैसे उपायों को लागू किया है। ये पहल इस पवित्र यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
जो लोग ऑफ़लाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं, वे उत्तराखंड टूरिज्म केयर वेबसाइट, मोबाइल ऐप या व्हाट्सएप के ज़रिए +91 8394833833 पर “यात्रा” भेजकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। ऑनलाइन और ऑफ़लाइन पंजीकरण प्रक्रियाओं के लिए आधार कार्ड का विवरण अनिवार्य है।
चार धाम यात्रा के नजदीक आने के साथ ही अधिकारी तीर्थयात्रियों से आग्रह कर रहे हैं कि वे अंतिम समय की परेशानियों से बचने और सुरक्षित तथा संतुष्टिदायक आध्यात्मिक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अपना पंजीकरण शीघ्र पूरा कर लें।