जयपुर: राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं. ऐसे में अशोक गहलोत ने कहा कि वह कई बार सोचते हैं कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दें, लेकिन ये पद उन्हें नहीं छोड़ता है. हालांकि, सीएम गहलोत ने यह बात मजाकिया अंदाज में कही, लेकिन राजस्थान की राजनीति में दखल रखने वाले समझ गए कि उनका निशाना किस ओर था.
सीएम गहलोत राज्य के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के शिलान्यास एवं उद्घाटन के वर्चुअल कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अंगदान के लाभार्थियों से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान एक महिला ने अपने सफल इलाज के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि वह चाहती हैं कि गहलोत ही आगे मुख्यमंत्री बने रहें.
गहलोत बोले- इस्तीफा देना चाहता हूं, लेकिन…
इस पर गहलोत ने मुस्कुराते हुए कहा, “ मैं कई बार सोचता हूं छोड़ना, पर मुख्यमंत्री पद मुझे नहीं छोड़ रहा.” मुख्यमंत्री आवास में मंच पर इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े लोगों के ठहाकों व तालियों के बीच लाभार्थी महिला ने दुबारा कहा, “मैं तो यही चाहती हूं कि मुख्यमंत्री आप ही रहें.”
इस पर गहलोत ने कहा, “आप तो लगातार कह रही हो, लेकिन मैं तो खुद कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री पद मुझे छोड़ नहीं रहा है. अब आगे क्या होता है देखते हैं.” उल्लेखनीय है कि राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.
गहलोत ने बीजेपी पर साधा निशाना
भाजपा पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि जिन नेताओं का वजूद नहीं है वे मुख्यमंत्री का चेहरा बनकर बैठे हैं. राजे का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा में जो सीएम का चेहरा है, उसे पीछे कर रखा है. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में दो लाख लोगों के शामिल होने की बातें कर रहे थे, लेकिन 15-20 हजार लोग ही आए.
प्रदर्शन में वसुंधरा राजे क्यों नहीं शामिल हुईं, इनको यह बताना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम घबरा गए, इसलिए मणिपुर के साथ राजस्थान को जोड़ रहे हैं. मणिपुर के सीएम ने खुद स्वीकार किया कि वहां महिलाओं से दुष्कर्म हुआ है.