रांची. मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के एक बैंक अधिकारी के आरोप के मामले में क्लिन चिट मिल गई है. स्पेशल ब्रांच की जांच में ट्वीट को फर्जी पाया गया है. मालूम हो कि मुख्य सचिव राजबाला वर्मा पर एक बैंक अधिकारी ने लंबित भुगतान को जारी करने के एवज में अपने बेटे की कंपनी में निवेश करने के लिये दबाव बनाने का आरोप लगाया था.
मामले में उक्त बैंक अधिकारी ने मुख्य सचिव को लिखित माफीनामा भी भेजा है. अधिकारी से पूछताछ के लिए स्पेशल ब्रांच की टीम मुंबई पहुंची थी. आरोप लगाने वाले अधिकारी ने बताया कि उसका ट्विटर एकाउंट हैक हो गया था. मामले को लेकर विपक्ष ने बजट सत्र में हंगामा किया था.
यह भी पढ़ें : कान्फ्लिक्ट ऑफ इंट्रेस्ट : अब मुख्य सचिव और एडीजी करेंगे एक दूसरे की जांच