शिमला: हिमाचल के मंडी जिला की जान्हवी बाल विधानसभा में मुख्यमंत्री चुनी गई. अब बाल सरकार का चयन होना है. हिमाचल विधानसभा के स्पीकर कुलदीप पठानिया ने कहा कि देशभर के 17 साल से कम उम्र के 1108 बच्चों में से 68 बाल विधायक चुन लिए गए हैं.
मंडी की जान्हवी बनी मुख्यमंत्री
पठानिया ने कहा कि 12 जून को बच्चे विधायक, स्पीकर, मंत्री और मुख्यमंत्री की भूमिका में नजर आएंगे. 68 बाल विधायकों में से 63 बच्चे हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले हैं, जबकि पांच बाहरी राज्यों के है. उन्होंने कहा कि जल्द प्रोटेम स्पीकर का चयन किया जाएगा, जो बाल विधायकों को शपथ दिलाएगा. इसके बाद कैबिनेट गठन, नेता प्रतिपक्ष और स्पीकर का चयन होगा.
12 जून को हिमाचल विधानसभा में होगा बाल सत्र
कुलदीप पठानिया ने कहा कि बाल श्रम निषेध दिवस पर बाल विधानसभा लगेगी. इसमें बाल विधायक अपने-अपने प्रश्न संबंधित विभागों से पूछेंगे, जिनका बाल मंत्री जवाब देंगे. बच्चे देश का भविष्य होते हैं. उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से बाल सत्र का आयोजन किया जा रहा है. इसकी प्रक्रिया अप्रैल माह से चल रही है.
बाल विधानसभा में लड़कियों का डंका
सत्र के लिए 40 लड़कियां और 18 लड़के बाल विधायक बने हैं. उन्होंने बताया कि सत्र सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगा जो दोपहर ढाई बजे तक चलेगा. आधे घंटे का प्रश्न काल होगा.
मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सुंदरनगर की दसवीं की छात्रा जान्हवी ने बताया कि मुख्यमंत्री के रूप में उनकी सबसे पहली प्राथमिकता रहेगी कि उनके मंत्रिमंडल के सदस्य अनुभवी व पढ़े लिखे हों. पढ़े लिखे लोगों को उनके अनुभव के अनुसार कैबिनेट पद दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आज शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने की जरूरत है. अस्पतालों में लोगों को इलाज के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता है.