नई दिल्ली. बिहार की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज़ हो गई है। जैसे-जैसे Bihar Assembly Elections 2025 नज़दीक आ रहे हैं, नेताओं के बयानों में भी धार दिखने लगी है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने एक खास इंटरव्यू में बड़ा बयान देकर सियासी माहौल में गर्मी ला दी है।एक चैनल को दिए इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो वे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री बनूं, और मैं उनकी भावनाओं का सम्मान करता हूं। इसमें कोई बुराई नहीं है कि कार्यकर्ता अपने नेता को सर्वोच्च पद पर देखना चाहें।
जातिवाद पर कड़ा बयान: ‘बिहार में हर कोई जाति में बंटा है’
चिराग पासवान ने बिहार की caste politics पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वे एक पढ़े-लिखे परिवार से आते हैं और कहीं भी इतनी गहरी जातिवादी व्यवस्था नहीं देखी जितनी कि बिहार में। मुझे बिहार में कभी कोई ‘बिहारी’ नहीं मिला। यहां हर कोई जातियों में बंटा हुआ है। मेरी लड़ाई इसी सोच के खिलाफ है।
Bihar में एक भी विधायक नहीं, फिर भी तेजस्वी से तुलना पर खुशी
जब चिराग पासवान से उनकी तुलना Tejashwi Yadav से किए जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे सम्मान की तरह लिया।तेजस्वी तो विपक्ष के नेता हैं, उनके परिवार में दो-दो मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मेरे पास बिहार में एक भी विधायक नहीं है, फिर भी तुलना की जा रही है तो ये मेरे लिए गर्व की बात है।
विकास पर फोकस: शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन और किसान प्राथमिकता
अपने एजेंडे की बात करते हुए चिराग ने कहा कि वे सबसे पहले बिहार की education system, basic infrastructure, migration, tourism और agriculture पर काम करना चाहते हैं।
“बिहार को मजबूत करने के लिए इन सेक्टर्स में बदलाव जरूरी है। हमें पलायन रोकना होगा और पर्यटक स्थलों को विकसित करना होगा।”
‘मेरी पार्टी BJP की Proxy नहीं’: चिराग पासवान का दो टूक जवाब
चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी यानी Lok Janshakti Party (Ram Vilas), BJP की प्रॉक्सी पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा कि
मैं पीएम मोदी से प्रेम करता हूं, उतना ही जितना अपने पिता से किया करता था। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैं उनके हर फैसले से सहमत होता हूं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वे कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ अपनी राय रख चुके हैं, जैसे कि Hindu-Muslim विवाद, Caste Census, और Lateral Entry। मेरी स्वतंत्र सोच है और मैं किसी के इशारे पर काम नहीं करता। पीएम मोदी का मुझसे ‘युवा बिहारी’ कहकर बात करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।