कुल्लू. जिला मुख्यालय कुल्लू में सीटू कार्यकताओं ने जिलाधीश कार्यालय के बाहर बजट में मजदूरों की अनदेखी को लेकर धरना प्रदर्शन किया. सीटू कार्यकर्ताओं ने अपने कार्यालय से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक जमकर नारेबाजी की. धरने में शामिल मजदूरों का कहना है कि केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को बजट में बिलकुल भी स्थान नहीं दिया.
वेतन बढ़ाये जाने की मांग
उपायुक्त कार्यालय के बाहर संबोधित करते हुए सीटू के जिला प्रधान भूप सिंह भंडारी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है तब से लेकर आज तक सिर्फ लफ्फाजी से ही मजदूरों और गरीब जनता का पेट भर रही है. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री ‘श्रम मेव जयते’ का नारा देते हैं, दूसरी ओर बजट में मजदूरों का मासिक वेतन बढ़ाये जाने की मांग को पूरा नहीं कर रहे हैं.
मजदूरों का शोषण
जिला परिषद सदस्य एवं कामरेड लोकेंद्र कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा वर्ष 2016 में एक आदेश दिया गया था जिसके तहत समान काम समान वेतन लागू करने की बात कही थी. जिसे केंद्र सरकार ने आज तक लागू नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि करोड़ों मजदूरों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ रहा है. मजदूर नेता ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम कानूनों में भारी फेरअदल कर रही है जिसकी बजह से मजदूरों का शोषण हो रहा है. निजी कंपनियां और फैक्टरी व सरकारी उद्यमों में श्रम कानून की धज्जियां उड़ रही हैं. सीटू नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार अगर उनकी मांगें नहीं मानेगी तो उनका आंदोलन और तेज हो जाएगा.