मंडी. मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में एसडीएम कार्यालय जंजैहली को लेकर जनाक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. अदालत के फैसले के बाद से मुख्यमंत्री अपने ही गृहक्षेत्र में घिर गए हैं. सरकार की ओर से थुनाग में एसडीएम कार्यालय की अधिसूचना जारी होने के बाद विरोध बढ़ गया है. बुधवार को जंजैहली में हजारों लोगों ने सीएम के पुतले की शवयात्रा निकाल कर दहन किया.
मुख्यमंत्री पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगते हुए लोगों ने कहा कि अगर ऐसा न होता तो दो दिन में ही थुनाग में एसडीएम कार्यालय की अधिसूचना जारी न होती.
“मैं विधायक पहले मुख्यमंत्री बाद में”
इसी बीच एसडीएम थुनाग सुरेंद्र कुमार ने जंजैहली चौक पर मुख्यमंत्री से विडियो कॉलिंग करवाई. मुख्यमंत्री ने कहा मैं मुख्यमंत्री बाद में हूं पहले मैं आपका विधायक हूं आप मेरा सहयोग करो मुझे जंजैहली के लिए बहुत कुछ करना है. मुख्यमंत्री ने प्रदर्शन नहीं करने की सलाह दी है.
“सुप्रीम कोर्ट में लड़ेंगे लड़ाई”
इधर, जंजैहली के लोगों का कहना है कि वे इस लड़ाई को सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ेंगे. जिसके लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है. दूसरी ओर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जंजैहली की जनता को 16 फरवरी को तीन बजे शिमला में मिलने का समय दिया है, ताकि मिल-बैठकर समस्या का हल निकाला जा सके. मगर लगता है कि जंजैहली की जनता मानने के मूड में नहीं है. दूसरी ओर एसडीएम कार्यालय थुनाग में शिफ्ट कर दिया गया है. एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने एसडीएम थुनाग का कार्यभार सम्भाल लिया है.