संसद के दोनों सदनों में आज काफी गहमागहमी देखने को मिली. राज्यसभा में जहाँ कांग्रेस ने भाजपा पर विधयाकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया, वहीं लोकसभा में मोब लिंचिंग पर बहस हुई.
लोकसभा में गोरक्षकों द्वारा की गई हत्याओं को लेकर हुई बहस
वहीं लोकसभा में गोरक्षकों द्वारा किये जाने वाले हत्या को लेकर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एमपी और झारखंड को मॉब लिंचिंग का सेंटर बताया. उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं से देश चिंतित है. खड़गे ने कहा कि 70 सालों में ऐसी घटनाएं देश में नहीं हुईं, जैसी आज हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े संगठन के लोग इस तरह की हत्याओं में शामिल हैं. खड़गे बोले कि प्रधानमंत्री जब रेडियो पर अपने मन की बात करते हैं तो उन्हे सदन में भी ज्यादा आना चाहिए.
टीएमसी सांसद सौगात रॉय ने कहा कि भीड़ द्वारा हिंसा के कारण 24 मुस्लिमों की मौत हो चुकी है, 52% हमले बीजेपी शासित प्रदेशों में हुए हैं और 92% मामले मोदी के सत्ता में आने के बाद हुए हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे को जवाब देते हुए भाजपा के सांसद हुकुम नारायण देव ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या जम्मू-कश्मीर में डीएसपी अयूब पंडित की मॉब लिंचिंग की घटना इस लायक नहीं कि आप उसका जिक्र करें?’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद इन घटनाओं की निंदा कर चुके हैं, ऐसे में अब यह राज्यों की जिम्मेदारी है कि वह कानून का पालन करें. हुकुमदेव ने कहा कि बिहार में एक मंत्री को जय श्री राम बोलने पर माफी मांगनी पड़ी है, ये ही असली मॉब लिंचिंग है.
वहीं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने इस बहस में हिस्सा लेते हुए कहा कि विपक्ष के पास भ्रष्टाचार और विकास जैसे मूलभूत मुद्दों पर बोलने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह इस तरह के मुद्दे को उठा रहा है, जो विषय है ही नहीं.
राज्यसभा में गूंजा विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी के विधायकों को लालच देकर खरीदने की कोशिश की जा रही है. वहीं आनंद शर्मा ने कहा कि गुजरात में सत्ता का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. कांग्रेस विधायकों के परिवारों को डराया–धमकाया जा रहा है. इस बात को सुनते ही सत्ता पक्ष ने हंगामा शुरु कर दिया और संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि गुजरात के लोग भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं और उनके द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि बंगलुरु के रिसोर्ट में मौज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहे तो सरकार इस मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है लेकिन शोर–शराबा कर सदन का समय बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए.