नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, केरल में 20 दिसंबर को कोरोना संक्रमण के 300 नए एक्टिव मामले दर्ज किए गए. वहीं 3 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2,669 हो गई है.
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के सामने आने से बढ़ती चिंताओं के बीच, केरल के एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने बुधवार को कहा कि कोविड किसी भी अन्य फैलने वाली बीमारी की तरह है, जिसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता . उन्होंने कहा कि बीमारी की स्ट्राइक रेट में कमी आई है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा कि कोरोना भले ही पूरी तरह खत्म नहीं हो सकता लेकिन बीमारी का प्रकोप पहले से कम हो गया है. वहीं मृत्यु दर उतनी अधिक नहीं है, जितनी पहले हुआ करती थी.
राज्यों से सतर्कता बरतने की अपील
वहीं, देश में ज्यातादर केस कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब-वेरिएंट जेएन.1 से जुड़े हुए हैं. बुधवार को सब-वेरिएंट के 21 नए मामले सामने आए थे, जिसकी वजह से टेंशन बढ़ गई थी. यही वजह है कि एक्सपर्ट्स ने वायरस से बचने के लिए एहतियात बरतने को कहा है. उनका कहना है कि नए वेरिएंट का उभरना हैरानी की बात नहीं है और इससे घबराने की भी जरूरत नहीं है. लोगों के बीच कोविड के नए वेरिएंट को लेकर ही सबसे ज्याद टेंशन है.
लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाना शुरू कर दें. अस्पतालों या भीड़भाड़ वाली जगहों से लौटने पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. कोशिश करें कि अपने साथ सैनिटाइजर रखें, ताकि लगातार हाथों को साफ किया जाता रहे. कोविड की पिछली दो लहरों में देश में काफी लोगों को जान गंवानी पड़ी. लेकिन इस बार वैक्सीनेशन की दर ज्यादा होने की वजह से कोविड से ज्यादा खतरा अभी नजर नहीं आ रहा है.