कांगड़ा(देहरा). ग्राम पंचायत सकरी में आर्थिक अनियमितता का मामला सामने आया है. पंचायत प्रधान सचिव दिनेश कुमार यह आरोप हैं. शिकायतकर्ता ने कहा कि प्रधान सचिव बिना किसी कोटेशन के कार्यों को स्वीकृति दे रहे हैं और मनमाने ढंग से कंपनियों को ठेका भी दे रहे हैं. शिकायत मिलने पर विजिलेंस की टीम सोमवार को यहां जांच करने पहुंची थी.
जांच कमेटी में अरुण कुमार और समाज शिक्षा एवं खंड योजना अधिकारी किशोरीलाल जसवाल सहायक अभियंता श्री बलवीर सिंह जांच अधिकारी है. इन्होंने ग्राम पंचायत संकरी में कई घंटों तक जांच की और तमाम लोगों के बयान भी लिए. टीम ने निर्माण संबंधी कुछ कागजात भी जब्त किए हैं.
बिना एनओसी के खरीद, बिल पर तारीख नहीं
यह कमेटी पंचायत जांच के लिये पहुंची जहां प्रधान पर संगीन आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार के दिशा निर्देश द्वारा पंचायत को हिम ऊर्जा द्वारा एनओसी लेकर कार्य को किया जाना था लेकिन पंचायत प्रधान ने अपनी तानाशाही के कारण 11 सोलर लाइटें सूर्य ग्रुप से 2,10,100 में खरीदी गई थी. इसकी एक लाइट का मूल्य ₹19,100 रुपए था और सूर्या ग्रुप के बिल और एनओसी के ऊपर कोई भी दिनांक नहीं थी. जिससे पता चले कि यह कब ली गई और ये लाइटे कुछ लाइटें उसी समय और कुछ 15 दिनों में ही खराब हो गई.

इसके बाद उनपे आरोप लगाया कि किसी के रास्ते के लिए आई हुई 100 सीमेंट की बोरियां मैं से एक भी बोरी अभी तक कार्य मैं नहीं लगी और किसी को भी पता नही ये बोरियां किस काम में लगाई गई है.
स्थानीय निवासी फौजा सिंह और करपाल सिंह ने बताया कि 20 /4/2017 को पंचायत द्वारा सोलर लाइट लगवाने के लिए पंचायत प्रधान के पास 2500-2500 रुपये जमा करवाये थे लेकिन अभी तक लाइटें नहीं लग पाई है. इससे स्थानीय निवासी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.

इन सब की शिकायत पंचायत के प्रतिनिधि उपप्रधान शिव गुलेरिया ने की और इसी के बाद से जांच प्रक्रिया शुरू की गई है. जब इस मामले पर जब प्रधान और सचिव से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया. अधिकारी ने बताया कि उपप्रधान की शिकायत पर यह कार्रवाई की जा रही है.