नई दिल्ली. भारत के कम से कम तीन राज्यों ने एक खांसी की दवा पर बैन लगा दिया है, जिसके सेवन के बाद कई बच्चों की मौत की खबरें सामने आई हैं, जैसा कि स्थानीय अधिकारियों और रिपोर्ट्स में बताया गया है।
अगस्त के अंत से अब तक कम से कम नौ बच्चों की मौत हुई है, जिनकी उम्र पांच साल से कम थी। ये मौतें मध्य प्रदेश और राजस्थान में दी जाने वाली एक खांसी की दवा से जुड़ी बताई जा रही हैं।
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार (4 अक्टूबर) को बताया कि बच्चों द्वारा सेवन की गई सिरप के नमूनों के लैब टेस्ट में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया है। यह एक विषैला पदार्थ है, जो औद्योगिक सॉल्वेंट्स में उपयोग होता है और थोड़ी मात्रा में भी सेवन करने पर घातक हो सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा, “नमूनों में DEG मान्य सीमा से अधिक पाया गया है”
सिरप का ब्रांड नाम Coldrif Cough Syrup है, जिसे तमिलनाडु में स्थित Sresan Pharma की इकाई में निर्मित किया गया था।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “मध्य प्रदेश में इस सिरप की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई है। साथ ही इस दवा का निर्माण करने वाली कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगाई जा रही है।”
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तमिलनाडु और केरल के अधिकारियों ने भी इस दवा पर प्रतिबंध लगाया है।
भारत में निर्मित खांसी की दवाओं की सुरक्षा को लेकर हाल के वर्षों में वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ी है। दुनिया भर में इन दवाओं के सेवन से बच्चों की मौत की खबरें सामने आई हैं, जैसे कि 2022 में गैम्बिया में 70 से अधिक बच्चों की मौत।