नई दिल्ली. कोई भी अपराध चाहे वह ऑनलाइन स्पेस में किया जाये या ऑफलाइन उसके लिये समान रूप से कार्यवाही का प्रावधान है. जरूरी है कि पुलिस के पास अपराध की रिपोर्ट दर्ज करवाई जाये. गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित ट्वी-सर्फिंग कार्यक्रम में उक्त बातें उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी मुख्यालय में जनसंपर्क अधिकारी की जिम्मेदारी निभा रहे राहुल श्रीवास्तव ने कही.
सेन्ट्रल फॉर सोशल रिसर्च (सीएसआर) के द्वारा आयोजित ट्वी-सर्फिंग के कार्यक्रम में बोलते हुये राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि यूपी पुलिस के ट्विटर पर आने के बाद से दूर-दराज के लोगों का पुलिस से संवाद स्थापित हुआ है. उन्होंने कहा कि लोगोंं के शिकायत मिलने के बाद अपराधियों के साथ-साथ पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही हुई है.
The first #challenge is to convince our own #bosses in the hierarchical order, says @upcoprahul @TweeSurfing #TweeSurfing https://t.co/zqHPm6Yk72
— Suhasini Chitra (@su_unlettered) October 5, 2017
उन्होंने कहा कि ट्विटर के सही इस्तेमाल से इसे और अधिक उपयोगी बनाया जा सकता है. उन्होंने कई उदाहरण देते हुये कहा कि सोशल मीडिया पर गाली-गलौच करने वालों को जेल भेजा गया है. उन्होंने कहा, “जरुरी है कि ऐसा करने वालों की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाई जाये.”
“We don’t encourage abusing anyone institutionally.” – @malviyamit
— Meghnad 👨🏫 📖 (@Memeghnad) October 5, 2017
एक अन्य पैनल में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और लेखिका प्रियंका चतुर्वेदी और भाजपा के आईटी सेल की राष्ट्रीय जिम्मेदारी संभाल रहे अमित मालविय के बीच ‘राजनीति और ट्विटर’ पर चर्चा हुई. चर्चा में सवाल उठे कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपशब्द प्रयोग करने वाले लोगों को फॉलो करना उचित है. जवाब में मालवीय ने कहा है कि वे पहले ही इसका जवाब दे चुके हैं. मालूम हो कि भाजपा आईटी सेल ने पिछले दिनों अपने स्पष्टीकरण में कहा था कि पीएम मोदी “केजरीवाल और राहुल गांधी को भी फॉलो करते हैं.” मालविय ने कहा कि वह सांस्थानिक रूप से किसी को भी अभद्रता करने की छूट नहीं देते हैं. लेकिन वह हर किसी के लिये वह जिम्मेवार भी नहीं हैं.
Stories humanise policies. Policies change the world- @PedestrianPoet
We Agree! Oxfam is #Tweesurfing today. #Tweet4Dev
— Oxfam India (@OxfamIndia) October 5, 2017
चर्चा में शामिल हरनिध कौर ने सोशल मीडिया पर असहमति रखने वाले लोगों को ‘ब्लाक’ करने की बजाय उन्हें सुनने की कोशिश करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “लोगों को सुनना जरूरी है क्योंकि उनके पास कहानियां होती हैं. और यही कहानियां पॉलिसी को प्रभावित करती हैं और पॉलिसी से दुनिया बदलती है.”
“Never stoop to conquer.Ignoring is the best way to tackle with abuse.Use #Twitter for society” @suhelseth talks about using social media for social good. #Tweesurfing @misskaul @pedestrianpoet @suhelseth @upcoprahul @ranjanakumari pic.twitter.com/5yy58mblR0
— CSR India (@CSR_India) October 5, 2017
कार्यक्रम में लेखक सुहैल सेठ ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले लोगों को नजरअंदाज करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि व्यंग्य और विनम्रता से भी हम बहुत कुछ कर(कह) सकते हैं. उन्होंने ट्विटर को ‘सूचना को जमा’ करने का भी एक जरिया बताया. उन्होंने कहा कि वे सफलता की कहानियों को साझा करने और मदद करने वाले लोगों की तलाश के लिये सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि यहां हम दो-तरफा बातचीत कर सकते हैं, जो सबको एक जैसा मौका देती है.
ट्वी-सर्फिंग अभियान के इस कार्यक्रम में रंजना कुमारी, समीर शरण, महिमा कौल सहित ने अपने विचार रखे.
“#Twitter is not for venting; influencers need to be positive,” says @suhelseth at the #TweeSurfing event in #Delhi @TwitterIndia @misskaul pic.twitter.com/KFpn2P8Npu
— Delhi Times (@DelhiTimesTweet) October 5, 2017